बालाघाट। बुधवार के दिन गांव में उस वक्त हड़कम्प मच गया जब ग्राम के देवी मंदिर के समीप से लगे जंगल से भटककर आये एक तेंदुए के शावक को विचरण करते हुये ग्रामीणों द्वारा देखा गया. मामला उत्तर वन मण्डल सामान्य अंतर्गत आने वाले वन परिक्षेत्र पश्चिम बैहर के खरपड़िया वन वृत्त का है. जहां वनांचल ग्राम खरपाड़िया में तकरीबन 12 बजे के आसपास सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों का हुजूम नन्हे शावक को देखने के लिए उमड़ पड़ा. (balaghat seeing cub there was stir in village)
जाने पूरा घटनाक्रमः ग्रामीणों ने जब तेंदुए के शावक को वहां टलते देखा तो वन विभाग की टीम को सूचना दी. सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने नन्हे शावक को पकड़ाा. ग्रामीणों ने इसे आस्था के साथ जोड़ते हुए इसे माता दुर्गा की सवारी के रूप में मानकर नन्हें से तेंदुए शावक की पूजा पाठ करने में जुट गए. नवरात्रि का पर्व चल रहा है इस कारण लोग इसे धार्मिक आस्था के साथ जोड़कर देखने लगे. हालांकि वन अमले की उपस्थिति के बाद भीड़ को दूर हटाकर नन्हें शावक सुरक्षित ले जाया गया. (balaghat leopard cub in village how cub was saved)
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शावक का वन अधिकारियों ने स्वास्थ्य परीक्षण कियाः बहरहाल वन विभाग की टीम का कहना है कि तेंदुए का नन्हा शावक जंगल से भटकते हुये गांव में पहुंच गया था. शावक पूरी तरह से स्वस्थ्य बताया जा रहा है. फिलहाल तेंदुए के शावक को वर्तमान समय में वन विभाग की टीम ने अपनी देख रेख में रखा हुआ है. (balaghat seeing cub there was stir in village) (mp balaghat leopard cub)