बालाघाट। बालाघाट में एक बार फिर लाल आतंक का कहर देखने मिला है, जहां पर अज्ञात बंदूकधारी नक्सलियों ने बीती रात एक युवक लालू धुर्वे को गोली मारकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने युवक को पुलिस मुखबीरी के शक में मौत के घाट उतार दिया. जानकारी के अनुसार, जिले की मलाजखण्ड थाना अंतर्गत पाथरी चौकी के ग्राम जगला निवासी लालू धुर्वे को नक्सलियों ने गांव की ही पुलिया के किनारे सड़क पर ही गोली मारकर निर्मम हत्या को अंजाम दिया. इस घटना के बाद ग्राम सहित क्षेत्र में दहशत का माहौल है, वहीं इस घटना को लेकर ग्राम सहित क्षेत्र के लोग कुछ बोलने से इनकार कर रहे हैं. (balaghat lal aatank)
ग्रामीणों को टारगेट कर रहे नक्सली: जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात करीब आठ बजे हथियार बंद नक्सलियों ने जगला गांव में जाकर लालू धुर्वे को घर से उठाया था, अपहरण कर नक्सलियों ने गांव से ही कुछ दूरी पर ले जा कर ग्रामीण की हत्या कर दी. पिछले कुछ दिनों से लगातार क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी बनी हुई थी, अभी कुछ दिन पहले ही मुठभेड़ के बाद से नक्सली पकड़ जंगल में कमजोर हुई थी. वर्षाकाल में कैम्प की तैयारी कर चुके नक्सली दल के सदस्यों की हत्या के बाद से बैकफुट पर आ गए थे, लेकिन फिर एक बार उन्होंने मुखबिर को टारगेट करना शुरू कर दिया है. इसी के चलते जगला में हत्या की वारदात को अंजाम दिया है.
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स्थानीयों में दहशत का माहौल: पुलिस मुखबिरी के शक में लालू की हत्या हो जाने के बाद से ग्रामीण दहशत में आ गए हैं, हालांकि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सर्चिंग बढ़ा दी है. पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ के अनुसार, "पाथरी चौकी क्षेत्र के जगला में ग्रामीण की हत्या किए जाने की जानकारी मिली है, जिसकी जांच में पुलिस जुट गई है."
पहले नक्सलियों के कब्जे से भागने में सफल रहा था लालू: इस घटना से पहले भी एक बार नक्सलियों के कब्जे से भागने में लालू धुर्वे सफल रहा था, जबकि लालू के ही एक अन्य साथी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. वर्ष 2020 में ग्राम जगला निवासी लालू धुर्वे और सुरेंद्र धुर्वे को नक्सलियों ने इसी तरह अपहरण कर गांव से बाहर ले जाकर मौत के घाट उतारना चाहा था, जिसमें उन्होंने सुरेंद्र धुर्वे की गोली मारकर हत्या कर दी थी, लेकिन लालू धुर्वे को जब नक्सलियों ने गोली मारना चाहा तो गोली उसके कनपटी के पास से निकल गई थी. इसके बादल वह नक्सलियों को चकमा देकर उनके चंगुल से भागने में सफल रहा था. फिलहाल वह बालाघाट में रह रहा था और अभी कुछ ही दिन पहले ही अपने गांव जगला आया हुआ था, जो आज नक्सलियों की गोली का आज शिकार हो गया.