बालाघाट। अपार वानिकी सम्पदा जिनमें बेहिसाब वनजीवों की मौजूदगी ने बालाघाट को एक अलग पहचान दी है. यहां के बेशकीमती वन और उनमें विचरण करते वन्यजीव देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आने वाले सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करतें हैं. किन्तु बीते कुछ समय से यहां पर वनजीवों के अवैध शिकार में बढोत्तरी देखी जा रही हैं. हालांकि वन अमले के द्वारा सतत प्रयास किया जाता रहा है कि किसी तरह अवैध शिकार पर नियंत्रण किया जा सके, किन्तु लोगों में जागरूकता के अभाव होने के कारण आज भी बेजुबान वन्य प्रणियों का अवैध शिकार किया जाता है. इस तरह के अवैध कृत्यों पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्यवाही के बावजूद भी ऐसे कृत्यों पर अंकुश लगता दिखाई नहीं दे रहा है. (2 arrested with remains of rare wildlife pangolin)
जंगली जानवर का मांस पका रहे थे, दावत उड़ाने से पहले ही वन विभाग के हत्थे चढ़ा शिकारी
जानवरों के अवशेष और अन्य सामाग्री जब्तः बालाघाट में एक बार फिर वन्यप्राणी के अवैध शिकार का मामला सामने आया है. जहां मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपियों को वन अमले ने धर दबोचा है. सूचना के अनुसार वन परिक्षेत्र दक्षिण लामत अंतर्गत वन अमले द्वारा ग्राम डोंगरबोड़ी में दिलीपसिंह और आधार सिंह के घर से वन्य प्राणी चीतल का पका हुआ मांस एवं दुर्लभ वन्य प्राणी पेंगोलिन के साल्क (अवशेष) जब्त किये गए हैं. इसके साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर घटना स्थल से वन्यप्राणी चीतल का चमड़ा ,चीतल के सींग, जीआई तार, खूटियां, विद्युत करंट में उपयोग की गई सामाग्री को जब्त किया है. इसके साथ आरोपियों को गिरफ्तार कर भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन धाराओं के तहत वन अपराध प्रकरण क्रमांक 2743/24 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया हैं. (Seized animal remains and other material)
आरोपियों को भेजा गया जेलः वरिष्ठ अधिकारी के निर्देशन में परिक्षेत्र अधिकारी शिवमपुरी गोस्वामी, परिक्षेत्र सहायक ब्रजलाल यादव, परिक्षेत्र सहायक रूपसिंह परते, परिक्षेत्र सहायक नरेंद्र बंसोड़, वनरक्षक दिलीप कुमार बांते, कंचन खंडागले, गजेंद्र बिसेन, रजत बोपचे , हिमांशु डहरवाल, प्रशांत कुमार चौरसिया, देवांशु यादव, कमल किशोर पांडे, मनीष कुमार मिश्रा, आलोक मरकाम, अफजल कुरैशी, आशीष नेहर, यश भेरम, दीपक सेंगर एवं सुरक्षा श्रमिकों का वन अपराध पकड़ने में विशेष योगदान रहा. बहरहाल वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज करते हुए आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. (The accused were sent to jail)