बालाघाट। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शासन द्वारा बालाघाट जिले में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है. लेकिन लॉकडाउन 3 में आंशिक छूट क्या मिली रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हो गए. रेत माफिया दिनदहाड़े ही नदी नालों से रेत का अवैध खनन कर डंप कर रहे हैं. ताजा मामला बालाघाट के बिरसा का है, जहां रेत माफियाओं द्वारा अवैध रूप से रेत को डंप किया गया. 50 ट्रॉली रेत को नायब तहसीलदार दीक्षा वासनिक द्वारा जब्त किया गया.
दरअसल, मलाजखंड-बिरसा जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत सारसडोल की जमुनियां नदी से पिछले कई दिनों से रेत माफियाओं द्वारा अवैध रेत उत्खनन का कारोबार चल रहा था. जहां अवैध रेत डंप की सूचना नायब तहसीलदार दीक्षा वासनिक को मिली. नायब तहसीलदार ने विभाग के कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचकर रेत को जब्त किया. जहां अलग-अलग जगह पर रेत को डंप कर रखा गया था,
ग्राम सारसडोल में निरीक्षण के दौरान लोकेश पटले की जमीन में पड़ी अवैध रेत लगभग 15 ट्रॉली, अशोक पटले की जमीन से 22 ट्रॉली और आत्माराम राउत की जमीन से 12 ट्रॉली रेत जब्त की गई .
वही 2 दिन की पूरी कार्रवाई में लगभग 50 ट्रॉली रेत जब्त कर इसे बिरसा तहसील कार्यालय में पहुंचाया गया. रेत माफियाओं के खिलाफ की गई इस कार्रवाई में नायब तहसीलदार ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. बता दें कि ये कान्हा नेशनल पार्क का क्षेत्र है. जहां बड़े रूप में अवैध उत्खनन का काम चल रहा था. इस कार्रवाई में राजस्व विभाग के आला अधिकारियों का अहम सहयोग रहा है.