अशोकनगर। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ जा रहा है, जिस कारण मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. इस हालात में स्वास्थ्य अमला भी घर-घर जाकर सर्वे करने में लगा है, ताकि जांच-पड़ताल कर संदिग्धों का जल्द सैंपल लिए जा सके. घर-घर जाकर स्वास्थ्यकर्मी प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी जुटाने में लगे हैं.
लॉकडाउन के दौरान जनता घर में रहे और उन्हें दवाएं भी मिलती रहें, इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आयुष विभाग को निर्देशित किया है कि कोरोना संक्रमण से आमजन को बचाने के लिए भारतीय चिकित्सा प्रणाली में संभावित इलाज की जानकारी लोगों के बीच पहुंचाएं. साथ ही घर-घर आयुर्वेदिक औषधियां भी वितरण करें. इसके बाद आयुष विभाग के कोरोना योद्धा आयुर्वेदिक दवाओं का वितरण डोर टू डोर जाकर करने में लगे हुए हैं.
जिले में आयुष विभाग द्वारा 1 लाख 54 हजार 699 लोगों तक काढ़ा और आयुर्वेदिक दवाइयां पहुंचाई गई हैं. उनके इस कार्य में शहर के समाजसेवियों द्वारा भी हर संभव मदद की जा रही है. जनता को कोरोना संक्रमण से बचाए रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ आयुष विभाग हरसंभव प्रयास में लगा है. जहां स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों को दवाएं बांट रहे हैं तो वहीं जनता को जागरूक करने के लिए पोस्टर्स और पंपलेट भी सामाजिक संस्थाओं द्वारा वितरित किए जा रहे हैं.
आयुष विभाग में स्टाफ कम होने के कारण शहर के समाजसेवियों का एक दल विभाग के कर्मचारियों के साथ जनसेवा कर रहा है. इनकी मदद से प्रत्येक वार्ड में आयुर्वेदिक दवाओं का वितरण कराया जा रहा है. डोर टू डोर दवा वितरण के दौरान कोरोना संक्रमण में लोगों का इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवा, आयुर्वेदिक दवा और काढ़ा असरदार माना जा रहा है.
जनसेवा के लिए आगे आई समाजसेवी संस्था
शहर में "आपकी आवाज" नामक समाजसेवी संस्था भी जनसेवा के इस कार्य में आयुष विभाग का सहयोग कर रही है. संस्था के अध्यक्ष रंजीत यादव ने बताया कि स्टाफ की कमी के चलते दवा वितरण का कार्य धीमी गति से चल रहा था. इसके बाद उन्होंने अपने संगठन के सभी सदस्यों को आयुष विभाग के साथ सेवा करने की बात कही. इसके बाद लगभग 20 से 25 लोग विभाग के साथ डोर टू डोर सर्वे कर काढ़ा और आयुर्वेदिक दवाओं का वितरण कर रहे हैं.