अशोकनगर। जनता के बीच और सत्ता में लगातार शासन करने वाले को जब अचानक सत्ता से दूरी बनानी पड़े तो वो तकलीफ अलग होती है. जिसका दर्द सामूहिक रूप से देखने मिला. अशोकनगर में जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का दर्द छलक पड़ा.
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पांच मंत्रियों के साथ अशोकनगर दौरे पर पहुंचे. जहां आमजन को संबोधन के दौरान सिंधिया का दर्द छलक उठा. अपनी सीट से लोकसभा का चुनाव हारने के बाद सिंधिया दूसरी बार अशोकनगर पहुंचे. सिंधिया ने रेस्टहाउस में लोगों को मंच से सम्बोधित किया. सिंधिया ने कहा कि जरूर कोई कमी रह गई होगी चुनाव में.
सिंधिया ने कहा कि हम लोग भी आत्मविश्वास में हो जाते हैं, कि चुनाव तो जीत ही रहे हैं, एक-दो वोट से क्या होता है. उन्होंने जनता से कहा कि कभी भी अति आत्मविश्वास में मत रहना. सबसे बड़ी भगवान जनता होती है. सिंधिया ने कहा कि जनता ही है वो जो आम आदमी को नेता बना देता है. जनता ही है जो नेता को जमीन पर लाकर खड़ा देता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि आज मैं जमीन पर जरूर खड़ा हूं, जिसका मुझे अहसास है. उन्होंने कहा कि मेरी यही चाहत है कि जमीन पर तो टिका रहूं, लेकिन उसके साथ ही जनता के दिल में भी टिका रहूं.