अशोकनगर। अशोकनगर विधानसभा के साडोरा में भाजपा की जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी ने पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह को पिल्ला कहकर संबोधित किया. 1 दिन पहले साडोरा में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में आम सभा को संबोधित करने के लिए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान आ रहे थे. लेकिन मुख्य निर्वाचन आयोग की परमिशन नहीं मिलने के कारण उनका कार्यक्रम रद्द हो गया था. सीएम का दौरा कैंसिल होने पर इस कार्यक्रम को पूर्व विधायक रघुवंशी ने संबोधित किया.
मंच से आमजन को संबोधित करते हुए भाजपा के पूर्व विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी ने कहा, ''आरोन क्षेत्र के लोगों ने बाबा साहब, बाबा साहब कह कर संबोधित करते हैं. लेकिन मेरा कहना है कि बाबा साहब केवल एक ही हुए हैं और वह भीमराव अंबेडकर. लेकिन यह पिल्ला अपने आप को बाबा साहब कहलवाता है.''
पढ़ेंः दिग्विजय सिंह को कृषि मंत्री का जवाब, घड़ियाली आंसू बहाने का लगाया आरोप
एक बार फिर भाजपा के नेता ने मंच से अमर्यादित बयान दिया है, इस पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शहरयार खान ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि बीजेपी 28 में से 28 सीटों पर उपचुनाव हार रही है. इसलिए उनके नेता बौखलाहट में कुछ भी बयान दे रहे हैं. लेकिन यह बयान उनकी चाल और चरित्र को प्रदर्शित करते हैं. आने वाली तीन तारीख को क्षेत्र की जनता उन्हें जवाब देगी.
हाईकोर्ट ने दिए सभा न करने के निर्देश
हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने कोरोना काल में राजनीतिक सभाओं के आयोजन पर रोक लगाने का आदेश दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभाएं रद्द हो गई है. हाईकोर्ट के इस फैसले को सीएम शिवराज ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा है कि, 'मैं इस फैसले का सम्मान करता हूं, लेकिन इस फैसले के संबंध में हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय जा रहे हैं. एक असमंजस की स्थिति बन गई है, मध्यप्रदेश के एक हिस्से में सभाएं हो सकती हैं और दूसरे हिस्से में नहीं हो सकती. मुझे पूरा विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय में हमें न्याय मिलेगा'.
पढ़ेंः हाईकोर्ट के फैसले के बाद चुनावी सभाएं रद्द, सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभाएं रद्द होने पर उन्होंने जनता से माफी मांगी है. दौरा रद्द होने के बाद सीएम ने ट्वीट किया था कि, 'आज शाडोरा और बराच में मेरी सभाएं थीं, मैं वहां के नागरिकों से क्षमा मांगता हूं, हमने आज वो सभाएं निरस्त की हैं. माननीय उच्च न्यायालय की ग्वालियर बेंच ने एक फैसला दिया है, जिसके तहत चुनावी रैली या सभाएं आयोजित नहीं की जा सकती हैं या चुनाव आयोग की अनुमति से ही आयोजित की जा सकती हैं'.