अशोकनगर। लॉकडाउन के दौरान लगभग 1 माह से कोटा में फंसे जिले के 46 छात्र- छात्राओं को वापस लाया गया. इस दौरान अपने शहर वापस लौटे छात्रों की आंखों में खुशी के आंसू झलक उठे. वहीं स्वास्थ्य विभाग ने सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें परिजनो को सौंप दिया. इसके साथ ही सभी छात्रों को 14 दिनों तक अपने घर मे ही क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गई है.
सभी छात्र-छात्राओं ने कोटा में रहने के दौरान होने वाली समस्याएं बताई. उन्होंने कहा कि, कोचिंग बंद हो जाने से परीक्षाएं स्थगित हो गईं. जिससे उनकी पढ़ाई भी बंद हो गई थी. इस दौरान वे एक माह से कमरों में ही कैद थे. साथ ही राजस्थान में कोरोना संक्रमण की जानकारी मिलने से डर बना हुआ था. परिजनों को फोन लगाकर वापस जाने के लिए छात्र बार-बार जिद कर रहे थे. वहीं मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जेएस त्रिवेदिया ने बताया कि, किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं. जिसके बाद सभी को अपने-अपने घर भेज दिया गया है. साथ ही इन्हें होम क्वारंटाइन की सलाह भी दी गई है.
बता दें कि, इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग करने के लिए जिले के 46 छात्र-छात्राएं कोटा में रह रहे थे. इसी बीच लॉकडाउन होने से वहीं फंस गए. जिससे उनके परिजन बेहद परेशान थे. वे प्रशासन से उन्हें लाने की अनुमति देने की मांग लगातार कर रहे थे.