अनूपपुर। मध्य प्रदेश के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री हैं बिसाहूलाल सिंह. इनके विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कई ग्राम-पंचायतों में निवास करने वाले सैकड़ों ग्रामीणों के सामने आवागमन का एक बड़ा संकट है. जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत पसला, छुलकारी, रकसा, बिजौडी और चरतरिहा आदि में रहने वाले सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण बाढ़ के कारण उफनाई सोन नदी को पार कर रोजाना अनूपपुर आते-जाते हैं.
इन पांच ग्राम पंचायतों के ग्रामीण पुल के निर्माण ना होने से आज भी सोन नदी को जान पर खेल कर पार करते हैं. आजादी के 73 साल बाद भी पुल का निर्माण ना होने ग्रामीणों के लिए आवागमन की विकट समस्या है. 2016 से ही यहां पुल का निर्माण किया जा रहा है, पर आज तक पुल निर्माण अधूरा पड़ा है। बीते पांच सालों से सरकारें आईं और गईं मगर इस अधूरे पुल की किसी ने भी सुध नहीं ली.
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नदी को पार करते समय बीते साल एक 20 साल के युवक की पानी में डूबने से मौत भी हो चुकी है बावजूद इसके शासन-प्रशासन ने ग्रामीणों की इस समस्या को नज़रअंदाज़ कर दिया. आसपास के पांचों ग्राम पंचायत के निवासी दूध, सब्जी बेचने और दिहाड़ी पर मजदूरी करने वाले रोजाना लगभग 400 ग्रामीण बरसात के समय में सोन नदी को पार कर अनूपपुर जाते हैं.
ग्राम पंचायत पसला के सचिव दिलीप पाठक ने ईटीवी को बताया कि पुल का निर्माण अधूरा होने के कारण आज भी दिहाड़ी मजदूर और सैकड़ों छोटे-मोटे व्यापारी बरसात के समय सोन नदी को पार करते हैं. बरसात के समय नदी में पानी का बहाव तेज हो हो जाता है जिससे ग्रामीणों को नदी पार करते समय जान का खतरा भी बना रहता है.
दूसरी तरफ अनूपपुर डीएम से जब ईटीवी ने संपर्क करना चाहा तो उनका फोन नहीं उठा. वहीं अन्य मातहत अधिकारियों ने पुल के निर्माण पर अनभिज्ञता जताई.