अनूपपुर। अनूपपुर जिले में एक ऐसा गांव है जिसे मुर्तियों का गांव कहा जाता है. ग्रमीण बताते है कि इस गांव में कही भी जमीन खोदते है तो प्राचिन मुर्तियां निकलती है. जैतहरी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कोलमी में आने वाले छुलकारी गांव में प्रसिद्ध 'सिद्ध बाबा गढ़िया धाम' भी है. यहां वर्षों से दर्जनों प्राचीन मूर्तियां आस्था का केंद्र बनी हुई है. दूरदराज के लोग यहां प्राचीन मूर्तियों की पूजा करने आते रहते हैं.
खुदाई में निकली मूर्तियां
ग्रामीण दीपक ने बताया कि यहां आसपास जितनी भी मूर्तियां हैं. यह सब खुदाई के समय निकली मूर्तियां हैं. उन्होंने बताया कि ये मुर्तियां करीब 100 साल पुरानी हैं. साल 2016-17 में ग्राम पंचायत ने जब तालाब के लिए खुदाई का कार्य करवाया था, तो वहां पास से भी बहुत सारी प्राचीन मूर्तियां निकली थी. जिसे इस जगह पर लाकर रख कर ग्रामीण पूजा पाठ करते है.
100 साल पुरानी मूर्तियां बनी आस्था का केंद्र
गांव के ही उपसरपंच मुन्ना लाल सिंह ने बताया कि, यहां जितनी भी मूर्तियां है. सब आसपास के स्थानों पर की गई खुदाई के समय निकली हुई हैं. बहुत सारी मूर्तियां 100 साल पुरानी हैं. उन्होंने बताया कि पूर्वजों ने बताया था कि जब भी खुदाई करते हैं तो मूर्तियां निकलती हैं. आज भी जब कभी कोई निर्माण कार्य या किसानों के द्वारा खेत बनाया जाता है, तो आज भी प्राचीन मूर्तियां खुदाई के समय निकलती हैं.
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पुरातत्व विभाग से अछूता
पुरातत्व विभाग इन मूर्तियों के निकलने के रहस्य की जानकारी जुटाने में अछूता रहा है. जबकि आज भी मंदिर परिसर के अंदर करीब दो दर्जन से ऊपर प्राचीन मूर्तियां आस्था का केंद्र बनी हुई हैं.