अनूपपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां एक और पूरे प्रदेश में विकास यात्रा निकालकर जन-जन तक शासन से जुड़ी योजनाओं का लाभ का देने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं अनूपपुर जिले के अंतर्गत जनपद पंचायत अनूपपुर (बदरा) स्थित आईटीआई कॉलेज में दिव्यांग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन केवल मात्र खानापूर्ति दिखावा साबित हुआ. अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत अनूपपुर के अंतर्गत बदरा स्थित नवीन आईटीआई कॉलेज में सामाजिक न्याय विभाग के तरफ से दिव्यांगजनों का प्रशिक्षण शिविर आयोजन किया गया. जिसमें श्रवण बाधित को छोड़कर शत प्रतिशत कृत्रिम उपकरण इत्यादि जांच कर दिव्यांगों को दिए जाने थे.
प्रचार प्रसार नहीं किया : लेकिन प्लानिंग के विपरीत प्रशिक्षण का प्रचार प्रसार ना होने की वजह से कई दिव्यांग इससे वंचित रह गए. ऐसे दिव्यांग दिनभर आईटीआई कॉलेज में भटकते रहे. सामाजिक न्याय विभाग द्वारा किसी भी ग्राम पंचायत व नगर पालिका में यह सूचना तथा प्रचार प्रसार नहीं किया गया था कि इस प्रशिक्षण शिविर पर केवल कृत्रिम उपकरण का माप लेकर दोबारा सामग्री भेजा जाएगी. जिसकी वजह से कई दिव्यांग नवीन आईटी कॉलेज पर दिनभर भटकते रहे. बदरा सीईओ उषा किरण गुप्ता तथा सामाजिक न्याय विभाग की लापरवाही सामने देखने को मिली.
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कृत्रिम उपकरण मिलने थे : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनपद अनूपपुर सीईओ को अच्छे कार्य के लिए नर्मदा महोत्सव के दौरान साल श्रीफल से सम्मानित किया था. लेकिन पंचायतों व नगरपालिकाओ में जमीनी स्तर से दिव्यांग शिविर प्रचार प्रसार ना होने के कारण आए हुए दिव्यांगों को मुसीबत झेलना पड़ी.अनूपपुर जनपद के अधिकारी सचिव रोजगार सहायक कर्मचारी आपस में कुर्सी लगाकर आराम फरमाते रहे और वहां पहुंचे दिव्यांग दिनभर इधर से उधर भटकते रहे. शिविर में जबलपुर के की टीम द्वारा दिव्यांगों का माप लेकर कृत्रिम उपकरण दिए जाने थे.