अनूपपुर। कोतमा जनपद सारंगगढ़ निवासी कृषक कौशल के लिए शिमला मिर्च की खेती लाभ का धंधा बन गई है. उद्यानिकी विभाग की ड्रिप सिस्टम योजना से कौशल को काफी मदद मिली. कौशल को उद्यानिकी फसलों के विस्तार के लिए उद्यानिकी विभाग द्वारा साल 2016-17 में एक हेक्टेयर रकबे में ड्रिप सिस्टम का लाभ दिया गया था. इसके बाद विभाग से पावर ट्रिलर, पावर बिडर और पावर स्प्रे पम्प योजना का लाभ भी मिला. ड्रिप पद्धति की सुविधा की बदौलत कौशल उद्यानिकी फसलों की खेती से भरपूर कमाई करने लगे हैं
कौशल ने उद्यानिकी विभाग की मदद से मसाला क्षेत्र विस्तार योजना के तहत जुलाई-अगस्त माह में ड्रिप मेथड से शिमला मिर्च की खेती करके भरपूर उत्पादन किया. इसकी स्थानीय बाजार में बिक्री से अच्छी आय प्राप्त हो रही है. बता दे शिमला मिर्च की खेती पर कुल 30 से 40 हजार रुपये की लागत आई थी. गौरतलब है कि किसान भी अब सामान्य खेती के अलावा ड्रिप मेथड को भी अपना रहे हैं जिससे उन्हे शिमला मिर्च के उत्पादन से लगभग 85 हजार रुपये का सीधा लाभ होने का अनुमान है.
ड्रिप मेथड से खेती मतलब जबरदस्त मुनाफा !
उद्यानिकी विभाग की ड्रिप सिस्टम योजना से किसानों को काफी मदद मिल रही हैं. जिससे किसानो को खेती में काफी मुनाफा हो रहा हैं.
अनूपपुर। कोतमा जनपद सारंगगढ़ निवासी कृषक कौशल के लिए शिमला मिर्च की खेती लाभ का धंधा बन गई है. उद्यानिकी विभाग की ड्रिप सिस्टम योजना से कौशल को काफी मदद मिली. कौशल को उद्यानिकी फसलों के विस्तार के लिए उद्यानिकी विभाग द्वारा साल 2016-17 में एक हेक्टेयर रकबे में ड्रिप सिस्टम का लाभ दिया गया था. इसके बाद विभाग से पावर ट्रिलर, पावर बिडर और पावर स्प्रे पम्प योजना का लाभ भी मिला. ड्रिप पद्धति की सुविधा की बदौलत कौशल उद्यानिकी फसलों की खेती से भरपूर कमाई करने लगे हैं
कौशल ने उद्यानिकी विभाग की मदद से मसाला क्षेत्र विस्तार योजना के तहत जुलाई-अगस्त माह में ड्रिप मेथड से शिमला मिर्च की खेती करके भरपूर उत्पादन किया. इसकी स्थानीय बाजार में बिक्री से अच्छी आय प्राप्त हो रही है. बता दे शिमला मिर्च की खेती पर कुल 30 से 40 हजार रुपये की लागत आई थी. गौरतलब है कि किसान भी अब सामान्य खेती के अलावा ड्रिप मेथड को भी अपना रहे हैं जिससे उन्हे शिमला मिर्च के उत्पादन से लगभग 85 हजार रुपये का सीधा लाभ होने का अनुमान है.