अनूपपुर। जिले में कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने स्वास्थ्य अमले एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कोरोना संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि, सभी अधिकारी एवं स्वास्थ्य दल समय-समय पर शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का स्वयं पालन करें. साथ ही सम्भावित मरीज की शुरुआत में ही पहचान कर उपाचार किया जाए. जिससे दूसरे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
लक्षण दिखने पर खुद को करें आइसोलेट
कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि, कोरोना के किसी तरह के लक्षण दिखने पर खुद को घर में आइसोलेट कर लें. साथ ही हेल्पलाइन नम्बर 104 पर या ज़िला प्रशासन को तुरंत सूचित करें. उन्होंने अपील की है कि, लोग प्रशासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का विधिवत रूप से पालन करें. घर में अगर बच्चे, बुजुर्ग या ऐसे व्यक्ति जिन्हें डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, तनाव, फेफड़े आदि की समस्या है, उनका विशेष ध्यान रखते हुए दूरी सुनिश्चित करें, साथ ही ऐसे लोगों के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं.
फीवर क्लीनिक में सामान्य बीमारी के उपचार की व्यवस्था
ज़िले में संचालित समस्त 26 फ़ीवर क्लीनिक में सर्दी, खांसी, बुखार, सिरदर्द आदि की समस्याओं वाले मरीजों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है. कलेक्टर ने निर्देश दिए कि, सभी फीवर क्लीनिक में स्टाफ़ एवं आने वाले मरीजों के लिए हाथ धोने और सैनिटाइजर की अलग से व्यवस्था की जाए.
SARI/ILI के लक्षण वाले मरीजों की तुरंत दें जानकारी
वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं मेडिकल ऑफिसर को निर्देशित किया गया है कि अगर किसी व्यक्ति में SARI/ILI के लक्षण पाए जाते हैं, तो तुरंत उनकी सूचना दें. उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में मौसमी बुखार के आने की आशंका को देखते हुए विशेष सजगता एवं सतर्कता की आवश्यकता है.
आरोग्य सेतु एप को अपडेट करते रहें
उन्होंने लोगों से अपील की है कि, आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से अपने परिवार जनो की स्वास्थ्य सम्बंधी जानकारी अनिवार्य रूप से अपडेट करें. साथ ही कोरोना से लड़ाई में प्रशासन को सहयोग करें. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एनसीडी सर्वे एवं वृद्ध जनो की पंचायतवार उपलब्ध जानकारी के अनुसार योजनाबद्ध तरीक़े से काम करने के निर्देश दिए हैं.
चिकित्सा संसाधनों की आपूर्ति सुनिश्चित हो
चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि, पर्याप्त संख्या में टेस्टिंग किट, पीपीई किट एवं दूसरी सम्बंधित दवाओं का पर्याप्त मात्रा में स्टॉक सुनिश्चित करें. वहीं किसी भी संसाधन की कमी होने पर नियमित रूप से मांग करते रहें. जिससे किसी प्रकार की समस्या न हो.