अनूपपुर। जिले के कोतमा नगर पालिका के वार्ड नंबर 2 निवासी सुरेंद्र कुमार जैन का लंबी बीमारी के दौरान लगभग 60 साल की उम्र में निधन हो गया. सुरेंद्र कुमार जैन मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखते थे. उनका संपूर्ण जीवन संघर्षमय रहा. सुरेंद्र कुमार जैन की तीन बेटियां हैं, जिनकी परवरिश बहुत अच्छे से की गई, कहीं किसी चीज की कोई कमी नहीं की गई. दो बेटियों का विवाह उन्होंने धूमधाम से किया. वहीं, पिता के मौत के बाद बेटी ने ही चिता को अग्नि दी है.
बीमारी की वजह से हुई मौत: सुरेंद्र कुमार जैन अपने परिवार की संपूर्ण जिम्मेदारी बखूबी निभाई. कुछ समय के पश्चात उनकी तबियत कुछ खराब रहने लगी, जब अचानक पिता की तबीयत खराब हुई, तब बेटियों ने भी अपना धर्म बेटों की तरह निभाया और अपने पिता की सेवा पूरे भाव से की. तीनों बेटियों ने अपने पिता का इलाज कराया, लेकिन 22 जनवरी की रात उन्होंने अंतिम सांस ली.
छोटी बेटी ने दी मुखाग्नि: 23 जनवरी को कोतमा वार्ड नंबर 2 से सुरेंद्र कुमार जैन की अंतिम यात्रा निकली गई, जिसमें संपूर्ण जैन समाज और व्यापारी वर्ग शामिल हुआ. वार्ड 8 स्थित मुक्तिधाम पहुंचकर सुरेंद्र कुमार की छोटी बेटी शिवांगी ने छलकती आंखों से अंतिम संस्कार की सारी रस्में पूरी की. जो भी यह देख रहा था उनकी आंखों में आंसू थे और सभी ने एक स्वर में कहा आज बेटी ने निभाया बेटे का फर्ज.
अंतिम संस्कार के उपरांत शोक सभा संपन्न: अंतिम संस्कार के उपरांत मुक्तिधाम के हॉल में शोक सभा संपन्न हुई. सभी के द्वारा 2 मिनट का मौन रखकर ईश्वर से दुखी परिवार को संबल मिले ऐसी कामना की गई. इस दौरान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर समिति कोतमा के अध्यक्ष ऋषभ चंदेरिया, शांतिनाथ जिनालय मंदिर समिति के अध्यक्ष जय कुमार जैन, महावीर दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष अनिल जैन शुभ, वार्ड नंबर 2 के पार्षद अभिषेक सराफ पिंकू मौजूद थे.