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अनूपपुर कलेक्टर की कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर चर्चा

अनूपपुर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को तीन जोन में बांटा है, जिसमें रेड जोन, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन निर्धारित की गई है.

Anuppur Collector Chandramohan Thakur
अनूपपुर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर
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Published : May 21, 2021, 8:03 PM IST

अनूपपुर। जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए अनूपपुर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को तीन जोन में बांटा है, जिसमें रेड जोन, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन निर्धारित की गई है. पिछले 4 दिनों पहले जिले में 182 ग्राम पंचायत संक्रमण में रहे, जो घटकर 148 पर आ चुका है. रोज कई ग्राम पंचायतों को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संक्रमण मुक्त किया जा रहा है. जिन ग्राम पंचायतों में अफवाह उड़ाया जाता है कि संक्रमण की वजह से मृत्यु हो रही है, तो वहां जिला प्रशासन की टीम भेजकर पूरे ग्राम पंचायत का टेस्टिंग कराकर दवाई वितरण का कार्य किया जा रहा है.

घर-घर चल रहा सर्वे

जिले में संक्रमण की रोकथाम के लिए कलेक्टर ने बताया कि शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता ग्राम पंचायत में अधिनस्थ कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग के टीम के द्वारा घर-घर जाकर संपर्क कर रहे हैं. अब तक जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में करीब 6 लाख से ऊपर लोगों से संपर्क किया जा चुका है, जिसमें 9 हजार से ज्यादा दवाई के किट शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बांटे जा चुके हैं. ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों से मेरा अनुरोध है कि अगर किसी को सर्दी, खांसी, जुखाम या बुखार हो, तो तुरंत टेस्ट कराएं और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जो दवाई दिए जा रहे हैं उनका सेवन करें.

ब्लैक फंगस को लेकर जिला मुस्तैद

कलेक्टर ने आगे बताया कि राज्य शासन की तरफ से ब्लैक फंगस की दवाइयों की उपलब्धता कराई जा रही है. मेरा मानना है कि संक्रमित मरीज जो घर पर हैं, उनके ऊपर ब्लैक फंगस के लक्षण नहीं है, लेकिन जो अस्पताल में है और जिनपर ज्यादा मात्रा में दवाइयां चली है उनमें ब्लैक फंगस होने की संभावना है. हमने जिले के स्वास्थ विभाग को निर्देश दिया है कि ऐसे मरीजों पर बराबर निगरानी रखें. उनके नाक-आंख में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत हो, तो जल्द से जल्द दवाई शुरू करें और जिला प्रशासन को सूचित करें. अभी जिले में एक भी ब्लैक फंगस की शिकायत नहीं आई है.

अनूपपुर में नहीं ऑक्सीजन की कमी

कलेक्टर ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जिले में आज तक ऑक्सीजन की कमी नहीं आई है, बल्कि अनूपपुर शहडोल और उमरिया को भी ऑक्सीजन सप्लाई कर रहा है. इसमें सबसे बड़ा सहयोग हमें शहडोल कलेक्टर से मिला है. जब से हमने अनूपपुर जिले में ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट शुरू किया है, जिसमें शासन और छत्तीसगढ़ भिलाई से हमें सहयोग प्राप्त हुआ है. वहां, हर दूसरे दिन 20 टन लिक्विड हमें प्राप्त हो रहा है, जिसमें आवश्यकता अनुसार अनूपपुर में उपयोग किया जा रहा है.

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कलेक्टर कर रहे अपील

कलेक्टर ने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा है कि जिनके घरों में संक्रमण पहुंच चुका है वह तो डर रहे हैं, लेकिन जिनके घरों में संक्रमण नहीं है वह आज भी निडर होकर घूम रहे हैंं. मेरा सभी से सुझाव है कि इस बीमारी को गंभीरता से लें. पहले दिन से ही लक्षण को हम गंभीरता से लें और पहले दिन ही टेस्ट कराकर दवाई का प्रयोग करें, तो छठवीं से सातवें दिन हम स्वस्थ हो सकते हैं. अगर अन्य बीमारी को ध्यान में रखें और टेस्ट न करवाएं, तो हालत गंभीर होती जाती है.

अनूपपुर। जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए अनूपपुर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को तीन जोन में बांटा है, जिसमें रेड जोन, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन निर्धारित की गई है. पिछले 4 दिनों पहले जिले में 182 ग्राम पंचायत संक्रमण में रहे, जो घटकर 148 पर आ चुका है. रोज कई ग्राम पंचायतों को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संक्रमण मुक्त किया जा रहा है. जिन ग्राम पंचायतों में अफवाह उड़ाया जाता है कि संक्रमण की वजह से मृत्यु हो रही है, तो वहां जिला प्रशासन की टीम भेजकर पूरे ग्राम पंचायत का टेस्टिंग कराकर दवाई वितरण का कार्य किया जा रहा है.

घर-घर चल रहा सर्वे

जिले में संक्रमण की रोकथाम के लिए कलेक्टर ने बताया कि शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता ग्राम पंचायत में अधिनस्थ कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग के टीम के द्वारा घर-घर जाकर संपर्क कर रहे हैं. अब तक जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में करीब 6 लाख से ऊपर लोगों से संपर्क किया जा चुका है, जिसमें 9 हजार से ज्यादा दवाई के किट शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बांटे जा चुके हैं. ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों से मेरा अनुरोध है कि अगर किसी को सर्दी, खांसी, जुखाम या बुखार हो, तो तुरंत टेस्ट कराएं और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जो दवाई दिए जा रहे हैं उनका सेवन करें.

ब्लैक फंगस को लेकर जिला मुस्तैद

कलेक्टर ने आगे बताया कि राज्य शासन की तरफ से ब्लैक फंगस की दवाइयों की उपलब्धता कराई जा रही है. मेरा मानना है कि संक्रमित मरीज जो घर पर हैं, उनके ऊपर ब्लैक फंगस के लक्षण नहीं है, लेकिन जो अस्पताल में है और जिनपर ज्यादा मात्रा में दवाइयां चली है उनमें ब्लैक फंगस होने की संभावना है. हमने जिले के स्वास्थ विभाग को निर्देश दिया है कि ऐसे मरीजों पर बराबर निगरानी रखें. उनके नाक-आंख में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत हो, तो जल्द से जल्द दवाई शुरू करें और जिला प्रशासन को सूचित करें. अभी जिले में एक भी ब्लैक फंगस की शिकायत नहीं आई है.

अनूपपुर में नहीं ऑक्सीजन की कमी

कलेक्टर ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जिले में आज तक ऑक्सीजन की कमी नहीं आई है, बल्कि अनूपपुर शहडोल और उमरिया को भी ऑक्सीजन सप्लाई कर रहा है. इसमें सबसे बड़ा सहयोग हमें शहडोल कलेक्टर से मिला है. जब से हमने अनूपपुर जिले में ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट शुरू किया है, जिसमें शासन और छत्तीसगढ़ भिलाई से हमें सहयोग प्राप्त हुआ है. वहां, हर दूसरे दिन 20 टन लिक्विड हमें प्राप्त हो रहा है, जिसमें आवश्यकता अनुसार अनूपपुर में उपयोग किया जा रहा है.

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कलेक्टर कर रहे अपील

कलेक्टर ने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा है कि जिनके घरों में संक्रमण पहुंच चुका है वह तो डर रहे हैं, लेकिन जिनके घरों में संक्रमण नहीं है वह आज भी निडर होकर घूम रहे हैंं. मेरा सभी से सुझाव है कि इस बीमारी को गंभीरता से लें. पहले दिन से ही लक्षण को हम गंभीरता से लें और पहले दिन ही टेस्ट कराकर दवाई का प्रयोग करें, तो छठवीं से सातवें दिन हम स्वस्थ हो सकते हैं. अगर अन्य बीमारी को ध्यान में रखें और टेस्ट न करवाएं, तो हालत गंभीर होती जाती है.

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