अलीराजपुर। नानपुर में देवउठनी एकादशी पर वाणी समाज द्वारा भगवान शालिग्राम व तुलसी जी का विवाह पूरे गाजे-बाजे के साथ रचाया गया. इसके साथ ही देव दीपावली भी धूमधाम से मनाई गई. विवाह रामचौक स्थित राममंदिर में विधिविधान से पंडित विजय नागर व पंडित अंतिम त्रिवेदी ने सम्पन्न कराया. विवाह में वरपक्ष की ओर से मनीष हीरालाल वाणी बारात लेकर पूरे नगर में ढोल बाजे के साथ वधु पक्ष के मनीष नगिनलाल के घर अर्थात राममंदिर पर लेकर पहुंचे. जहां पूरे बारातियों का स्वागत सत्कार किया गया. (dev diwali with pomp in alirajpur) (all rituals of marriage were performed)
विवाह की सारी रस्में निभाई गईंः विवाह के दौरान माता-बहनों ने आतिशबाजी कर नाच गाना किया गया. राममंदिर का प्रांगण विवाह की रस्मों से सराबोर रहा. विवाह के समय माता बहनों ने मंगल गीत के साथ हल्दी मेहंदी रस्म कर आनंदित रही. वर पक्ष की ओर से दहेज में बर्तन कपड़े सहित आवश्यक वस्तु भेंट की गई. सात फेरे लगाकर विवाह की सभी रस्में पूरी की गई. विदाई के दौरान डीजे पर भावुक गीत पर माता व बहनों के साथ हर वर्ग का व्यक्ति रो रहा था. पूरे पांडाल में हर एक व्यक्ति ने तुलसी जी को गले लगकर विदाई दी गई. बारात पुनः वर पक्ष के घर गई, जहां भगवान शालिग्राम के विवाह की अंतिम रस्म पूर्ण कर प्रसादी बांटी गई. (dev diwali with pomp in alirajpur) (tulsi marriage was done according in Ram temple)