आगर मालवा। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ाए जाने से अब लोगों को पेट की आग बुझाने के लिए पैसों की जरूरत सताने लगी है. इसके चलते जिले के सुसनेर में बुजुर्ग पेंशनधारी भी पेंशन निकालने के लिए गांवों से पैदल ही शहर पहुंच रही हैं, जहां कियोस्क सेंटर के बाहर घंटों उन्हें अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है.
सुसनेर के पुराने बस स्टैंड पर संचालित एसबीआई कियोस्क सेंटर के बाहर बैठी लक्ष्मीपुरा गांव की 75 वर्षीया विधवा बुजुर्ग महिला लक्ष्मणबाई ने बताया कि वे सुबह 7 बजे से अपने गांव लक्ष्मीपुरा से पैदल चली थीं. एक घंटे में वे सुसनेर पहुंचीं. जिसके बाद से ही कियोस्क सेंटर के बाहर बैठी हैं. लेकिन भीड़ बढ़ने के कारण 12 बजे तक भी उनका नम्बर नहीं आया. उन्होंने कहा कि घर पर सामान लाने के लिए पैसे नहीं है. पेंशन मिल जाएगी तो सामान खरीदकर ले जाएंगी.
कियोस्क सेंटर के बाहर लगी महिलाओं की कतार में सोशल डिस्टेसिंग तो दिखाई दी. लेकिन कोई पेंशन पाने के लिए, तो कोई 5 सौ रूपए निकालने के लिए घंटों परेशान हो रही हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा जन धन खातों में डाले गए 5 सौ रुपए निकालने के लिए शहर के कियोस्क सेंटरों पर इन दिनों लोगों की भीड़ उमड़ रही है. पेंशनधारी भी लॉकडाउन में पैसे खत्म होने के बाद अपना पेंशन लेने के लिए पहुंच रहे हैं. इसके चलते सुबह 7 बजे से ही कियोस्क सेंटर के बाहर लाइन लगनी शुरू हो जाती है.