आगर मालवा। कोरोना महामारी से बचने के लिए जहां सरकार हर संभव कोशिशें करने में जुटी हुई है, तो वहीं अब ग्रामीण अंचलों में एक अनूठा प्रयोग किया गया. दरअसल ग्रामीणों ने पूरे एक दिन के लिए मकानों को खाली कर दिया. इसके बाद सभी ग्रामीण अपने-अपने खेत और खुले स्थानों पर जाकर खाना बनाने लगे. दिन भर गांव से बाहर हीं परिवार के साथ समय व्यतीत करते रहे.
किया गया अनुष्ठान
इस दौरान ग्रामीणों ने खेड़ापति हनुमान मंदिर में महावीर बजरंगबली का हवन अनुष्ठान किया. इसके बाद यज्ञ के पवित्र जल को गांव की सरहद पर डालकर गांव का शुद्धिकरण किया.
गोठड़ा माता की भविष्यवाणी के बाद अपनाई जा रही प्रक्रिया
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दिनों नवरात्रि के अंतिम दिन रतलाम जिले के गोठड़ा में माता मंदिर के पुजारी ने भविष्यवाणी की खी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें इस प्रक्रिया को अपनाने से महामारी से बचने की बात कही गई थी. उसी के अनुसरण में ग्रामीणों द्वारा यह सब किया गया. इस दौरान झोंटा गांव, नरवल गांव, कुबड़ियाखेड़ी गांव, बड़ागांव गांव सहित कई गांवों में इस तरह के अनुष्ठान किए गए.
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सरकार के नाकाफी प्रयासों के बीच अब धार्मिक आस्था पर प्रबल जोर
अब इसे आस्था कहें या अंधविश्वास, लेकिन सरकार द्वारा कोरोना को हराने के लिए किए जा रहे नाकाफी प्रयासों के बीच ग्रामीण धार्मिक आस्था पर प्रबल जोर दे रहे है. इस अभियान से महामारी का खात्मा हो या न हों, लेकिन ग्रामीणों का ईश्वर के प्रति विश्वास तो बढ़ेगा ही.