आगर मालवा। जिले की सुसनेर विधानसभा में सरकारी अफसरों पर विधायक निधी में बंदरबांट के आरोप लगाए गए हैं. निर्दलीय विधायक राणा विक्रमसिंह ने कलेक्टर अवधेश शर्मा को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और कार्रवाई की मांग की. दरअसल, विधायक राणा विक्रमसिंह ने ही सुसनेर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपकरण लाने के लिए 25 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की थी.
यह है पूरा मामला
बता दें, विधायक राणा विक्रमसिंह ने कोविड मरीजों के लिए चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए अपनी विधायक निधी दी थी. सुसनेर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विभिन्न प्रकार की परेशानियों को देखते हुए उन्होंने डिजिटल एक्सरे मशीन, डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ही अन्य चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए 25 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की थी. यह राशि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एसएस मालवीय को प्रदान की गई. इस राशि से सम्बन्धितों द्वारा इंदौर की एक सर्जिकल उपकरण फर्म से डिजिटल एक्सरे मशीन की बजाय पोर्टेबल एक्सरे मशीन खरीदी गई. वहीं डी-टाइप-60 ऑक्सीजन सिलेंडर की जगह बी-टाइप के 30 सिलेंडर खरीदे गए. उक्त सामग्री खरीदकर इसे सुसनेर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंहुचाया गया.
वहीं बता दें कि इन उपकरणों की खरीदी के लिए बाकायदा विज्ञप्ति जारी की गई थी, लेकिन टेंडर की प्रक्रिया के अनुसार खरीदी नहीं हुई है. विधायक के अनुसार इन उपकरणों की खरीदी के लिए रोगी कल्याण समिति को चयनित किया गया था, लेकिन खरीदी रेडक्रॉस सोसाइटी के द्वारा की गई है.
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निधि से जारी राशि से ज्यादा का किया व्यय
इन चिकित्सा उपकरणों की खरीदी में सबसे बड़ी बात यह है कि विधायक द्वारा 25 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई थी. लेकिन सम्बंधित एजेंसी ने स्वीकृत राशि से ज्यादा की खरीदी कर ली. पत्र के अनुसार यहां उपकरण खरीदी में 31 लाख 28 हजार 890 रुपए का व्यय किया गया. इस प्रकरण में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एसएस मालवीय की ओर से स्वीकृत राशि से अधिक राशि के उपकरण खरीदे गए. वहीं बकाया राशि 6 लाख 28 हजार 970 रुपए अतिरिक्त स्वीकृत किए जाने का अनुशंसा पत्र विधायक को भेजा गया है.