आगर-मालवा। आगर-मालवा जिले के सुसनेर में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा गरीब परीवारों के बच्चों के लिए अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा देने के लिए उत्कृष्ट माध्यमिक स्कूल खोला गया था. लेकिन इस स्कूल में छात्र संख्या बढने की बजाय लगातार घटती जा रहा है. इस बार तो स्कूल में न छात्र है और न ही शिक्षक. कुल मिलाकर अब सरकार का अंग्रेजी माध्यम का यह स्कूल कागजों में ही संचालित हो रहा है.
यह स्कूल शहर के गरीब परिवारों के बच्चों के लिए खोला गया था. स्कूल में 6वीं से 8वीं तक स्कूल की जब शुरुआत हुई थी. तब स्कूल में 26 छात्र दर्ज थे. लेकिन अब स्कूल में एक भी छात्र नहीं है. जिस भवन में अंग्रेजी माध्यम स्कूल की शुरूआत की गई थी अब उस भवन में कन्या प्राथमिक स्कूल के बच्चे पढ़ रहे है. अंग्रेजी स्कूल की इस बदहाल हालत के लिए स्कूल का प्रचार-प्रसार न होना भी एक बड़ी वजह बताया जा रहा है.
विकासखंड शिक्षा अधिकारी शांताराम गुप्ता का कहना है. कि अंग्रेजी माध्यम के स्कूल के लिए शिक्षकों की नियुक्ति शासन द्वारा नहीं की गई है. शासन के आदेशानुसार हिन्दी मिडीयम के शिक्षकों से ही बच्चों की पढाई करवाई जा रही है. सुसनेर के अंग्रेजी माध्यम स्कूल में इस वर्ष बच्चों ने एडमिशन नहीं लिया है यदि कोई छात्र प्रवेश लेता है तो उसे हिन्दी माध्यम के शिक्षकों द्वारा पढाया जाएगा.