आगर मालवा। गर्भवती महिलाओं को प्रसूति के लिए शासकीय अस्पताल लाने वाले जननी एक्सप्रेस के संचालन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. नेवरी गांव में एक गर्भवती महिला को जिला अस्पताल पहुंचाने के लिए जननी वाहन लेने नहीं पहुंचा. जिसके बाद परिजन प्रसूता को एक पिकअप वाहन में जिला अस्पताल ले जाने लगे, इस दौरान रास्ते में ही प्रसूता ने पिकअप वाहन के अंदर ही बच्चे को जन्म दे दिया.
दरअसल, नेवरी गांव निवासी ममता को दोपहर में प्रसूति पीड़ा होने लगी. जिसके बाद उसकी सास व आंगनवाड़ी सहायिका कलाबाई ने जननी वाहन गांव में बुलवाने के लिए भोपाल स्थित जननी कॉल सेंटर पर फोन लगाया. हालांकि कई बार फोन लगाने के बावजूद ममता को लेने के लिए जननी वाहन नहीं पहुंचा. इसी दौरान ममता का दर्द बढ़ने लगा तो उसके परिजन उसे मजबूरी वश एक पिकअप वाहन में लेकर आगर जिला चिकित्सालय के लिए निकल पड़े लेकिन रास्ते मे एक गांव के पास पिकअप में ही ममता की प्रसूति करवा दी.
गनीमत थी कि गर्भवती महिला की सास खुद आंगनवाड़ी सहायिका थी जिसने अपने थोड़े अनुभव के आधार पर उसकी प्रसूति करवा दी. वहीं प्रसूति के बाद उसे लेकर जिला चिकित्सालय लाया गया, फिलहाल ममता और उसका बच्चा चिकित्सकों की निगरानी में है. ममता की सास व आंगनवाड़ी सहायिका कलाबाई ने बताया कि जननी वाहन के लिए उन्होंने 3 घंटे तक इंतजार किया लेकिन जननी वाहन नहीं आया.