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महिला ने पिकअप वाहन में दिया बच्चे को जन्म, 3 घंटे तक फोन लगाने के बाद भी नहीं पहुंची जननी एक्सप्रेस

नेवरी गांव में एक गर्भवती महिला को जिला अस्पताल पहुंचाने के लिए जननी वाहन लेने नहीं पहुंचा. जिसके बाद परिजन प्रसूता को एक पिकअप वाहन में जिला अस्पताल ले जाने लगे, इस दौरान रास्ते में ही प्रसूता ने पिकअप वाहन के अंदर ही बच्चे को जन्म दे दिया.

जिला अस्पताल, आगर मालवा
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Published : May 31, 2019, 9:57 PM IST

आगर मालवा। गर्भवती महिलाओं को प्रसूति के लिए शासकीय अस्पताल लाने वाले जननी एक्सप्रेस के संचालन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. नेवरी गांव में एक गर्भवती महिला को जिला अस्पताल पहुंचाने के लिए जननी वाहन लेने नहीं पहुंचा. जिसके बाद परिजन प्रसूता को एक पिकअप वाहन में जिला अस्पताल ले जाने लगे, इस दौरान रास्ते में ही प्रसूता ने पिकअप वाहन के अंदर ही बच्चे को जन्म दे दिया.

दरअसल, नेवरी गांव निवासी ममता को दोपहर में प्रसूति पीड़ा होने लगी. जिसके बाद उसकी सास व आंगनवाड़ी सहायिका कलाबाई ने जननी वाहन गांव में बुलवाने के लिए भोपाल स्थित जननी कॉल सेंटर पर फोन लगाया. हालांकि कई बार फोन लगाने के बावजूद ममता को लेने के लिए जननी वाहन नहीं पहुंचा. इसी दौरान ममता का दर्द बढ़ने लगा तो उसके परिजन उसे मजबूरी वश एक पिकअप वाहन में लेकर आगर जिला चिकित्सालय के लिए निकल पड़े लेकिन रास्ते मे एक गांव के पास पिकअप में ही ममता की प्रसूति करवा दी.

जिला अस्पताल, आगर मालवा

गनीमत थी कि गर्भवती महिला की सास खुद आंगनवाड़ी सहायिका थी जिसने अपने थोड़े अनुभव के आधार पर उसकी प्रसूति करवा दी. वहीं प्रसूति के बाद उसे लेकर जिला चिकित्सालय लाया गया, फिलहाल ममता और उसका बच्चा चिकित्सकों की निगरानी में है. ममता की सास व आंगनवाड़ी सहायिका कलाबाई ने बताया कि जननी वाहन के लिए उन्होंने 3 घंटे तक इंतजार किया लेकिन जननी वाहन नहीं आया.

आगर मालवा। गर्भवती महिलाओं को प्रसूति के लिए शासकीय अस्पताल लाने वाले जननी एक्सप्रेस के संचालन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. नेवरी गांव में एक गर्भवती महिला को जिला अस्पताल पहुंचाने के लिए जननी वाहन लेने नहीं पहुंचा. जिसके बाद परिजन प्रसूता को एक पिकअप वाहन में जिला अस्पताल ले जाने लगे, इस दौरान रास्ते में ही प्रसूता ने पिकअप वाहन के अंदर ही बच्चे को जन्म दे दिया.

दरअसल, नेवरी गांव निवासी ममता को दोपहर में प्रसूति पीड़ा होने लगी. जिसके बाद उसकी सास व आंगनवाड़ी सहायिका कलाबाई ने जननी वाहन गांव में बुलवाने के लिए भोपाल स्थित जननी कॉल सेंटर पर फोन लगाया. हालांकि कई बार फोन लगाने के बावजूद ममता को लेने के लिए जननी वाहन नहीं पहुंचा. इसी दौरान ममता का दर्द बढ़ने लगा तो उसके परिजन उसे मजबूरी वश एक पिकअप वाहन में लेकर आगर जिला चिकित्सालय के लिए निकल पड़े लेकिन रास्ते मे एक गांव के पास पिकअप में ही ममता की प्रसूति करवा दी.

जिला अस्पताल, आगर मालवा

गनीमत थी कि गर्भवती महिला की सास खुद आंगनवाड़ी सहायिका थी जिसने अपने थोड़े अनुभव के आधार पर उसकी प्रसूति करवा दी. वहीं प्रसूति के बाद उसे लेकर जिला चिकित्सालय लाया गया, फिलहाल ममता और उसका बच्चा चिकित्सकों की निगरानी में है. ममता की सास व आंगनवाड़ी सहायिका कलाबाई ने बताया कि जननी वाहन के लिए उन्होंने 3 घंटे तक इंतजार किया लेकिन जननी वाहन नहीं आया.

Intro:आगर मालवा
- प्रसूता महिलाओं को प्रसूति के लिए शासकीय अस्पताल लाने वाले जननी वाहन के संचालन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। समीपस्थ ग्राम नेवरी में एक प्रसूता महिला को जिला अस्पताल लाने के लिए 3 घंटे तक फोन लगाने के बाद भी जननी वाहन लेने नही पहुंचा ऐसे में महिला के परिजन प्रसूता को एक पिकअप वाहन में ही जिला अस्पताल लाने के लिए निकल पड़े। इस दौरान रास्ते मे पिकअप वाहन के अंदर ही महिला की प्रसूति हो गई। यह तो गनीमत थी कि प्रसूता महिला की सास खुद आंगनवाड़ी सहायिका थी जिसने अपने थोड़े अनुभव के आधार पर उसकी प्रसूति करवा दी। महिला और उसके बच्चे को उसी पिकअप वाहन से जिला अस्पताल लाया गया।


Body:बता दे कि ग्राम नेवरी निवासी ममता पति सौदानसिंह को दोपहर में प्रसूति पीड़ा होने लगी तो उसकी सास व आंगनवाड़ी सहायिका कलाबाई ने जननी वाहन गांव में बुलवाने के लिए भोपाल स्थित जननी कॉल सेंटर पर फोन लगाया वहां से वाहन भेजने के लिए भी कहा गया काफी देर तक जननी नही पहुंची तो परिजनों ने फिर से जननी काल सेंटर पर फोन किया हालांकि कई बार फोन लगाने के बावजूद ममता को लेने के लिए जननी वाहन नही पहुंचा। इंसी दौरान ममता का दर्द बढ़ने लगा तो उसके परिजन उसे मजबूरीवश एक पिकअप वाहन में लेकर आगर जिला चिकित्सालय के लिए निकल पड़े लेकिन रास्ते मे पूराफार्म गांव के पास ममता की पीड़ा ज्यादा बढ़ गई ऐसे में परिजनो भी घबरा गए लेकिन परिजनो ने हिम्मत रखते हुवे पिकअप में ही ममता की प्रसूति करवा दी और प्रसूति उपरांत उसे लेकर जिला चिकित्सालय आ गए यहां ममता और उसका बच्चा चिकित्सको की निगरानी में है।


Conclusion:ममता की सास व आंगनवाड़ी सहायिका कलाबाई ने बताया कि जननी वाहन के लिए उन्होंने 3 घंटे तक इंतजार किया लेकिन जननी वाहन नही आया। ममता का दर्द बढ़ने पर हम उसे पिकअप में लेटाकर आगर जिला चिकित्सालय ला रहे थे इंसी दौरान रास्ते मे उसकी प्रसूति हो गई। ममता ने एक बेटे को जन्म दिया हैं इस मामले में जननी वाहन की लापरवाही सामने आई है।

बाइट- कलाबाई
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