आगर मालवा। जो पुलिस अपनी चौकी की रक्षा नहीं कर सकती, उससे आम जनता क्या उम्मीद लगाएगी. जिले में चंदन चोरी के एक मामले ने मध्य प्रदेश पुलिस की सतर्कता की पोल खोलकर रख दी है. जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर पिपलोन चौकी में करीब आधा दर्जन चंदन के पेड़ खड़े हैं, जो परिसर में चौकी प्रभारी के कक्ष के बिल्कुल समीप हैं. लेकिन यहां से चोर चंदन का पेड़ काटकर ले गए और पुलिस को भनक तक नहीं लगी.
अब इसे पिपलोन चौकी पुलिस की लापरवाही कहें या मिलीभगत, लेकिन चोरों ने अपना हाथ साफ कर यह साबित कर दिया कि पुलिस उनके सामने कुछ नहीं है. इतना ही नहीं पुलिस ने कटे हुए चंदन के बचे हुए तने को ढंककर छुपाने की पूरी नाकाम कोशिश की गई. लेकिन ईटीवी भारत के कैमरे से यह छुप नहीं पाया. इस मामले में अभी तक पुलिस को कोई सुराग हासिल नही हो पाया है. बता दें कि पुलिस द्वारा तत्काल अपराध की सूचना पुलिस को दिए जाने की अपील की जाती है. लेकिन चंदन चोरी के इस मामले में चौकी पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. यह बात पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े करती है. यह घटना तब हुई, जब चौकी का प्रभार उपनिरीक्षक जोरावर सिंह संभाल रहे थे. हैरान करने वाली बात यह है कि जो उपनिरीक्षक पिपलोन चौकी परिसर में खड़े चंदन के पेड़ की हिफाजत नही कर पाया, उसे ताबड़तोड़ जिले के बडौद थाने का प्रभारी बना दिया गया.
मामले की चल रही जांच: पुलिस
पुलिस विभाग के आला अधिकारियों द्वारा इस तरह लापरवाह अधिकारी पर की गई मेहरबानी चर्चा का विषय बनी हुई है. जब इस सम्बंध में एसडीओपी ज्योति उमठ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. इस मामले में जांच की जाएगी.