आगर मालवा। विधानसभा उप निर्वाचन के लिए नियुक्त सेक्टर अधिकारियों की बैठक 8 अक्टूबर यानी शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई. बैठक में उप निवार्चन अधिकारी अशफाक अली ने सभी सेक्टर अधिकारियों को निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार समय-सीमा में जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए निर्देश दिए.
बैठक के दौरान उन्होंने सभी सेक्टर अधिकारियों को मतदान केन्द्रों का नियमित रूप से निरीक्षण करने के लिए कहा. साथ ही संबंधित नोडल अधिकारियों को प्रत्येक मतदान केन्द्र पर मूलभूत सुविधाओं जैसे पेयजल, महिला और पुरुष शौचालय, विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए. वहीं उप निर्वाचन अधिकारी ने सेक्टर अधिकारियों से मतदान केन्द्र मार्ग के बारे में जानकारी ली और बाधित मार्गों में सुगम आवागमन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया.
उन्होंने कहा कि, प्रत्येक सेक्टर पदाधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें, जिससे उपचुनाव सुगमता पूर्वक और सुचारू रूप से हो सकें. इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ डीएस रणदा सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे.
मास्टर ट्रेनरों ने दिया प्रशिक्षण
विधानसभा उपनिर्वाचन 2020 के तहत विधानसभा क्षेत्र-166 आगर (अजा) का मतदान संपन्न कराने के लिए मतदान दलों में जिले के अतिरिक्त शाजापुर, रतलाम और उज्जैन के अधिकारी और कर्मचारियों को लिया गया है. मतदान दल में शामिल पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी क्रमांक-1 को मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है. वहीं शुक्रवार को उज्जैन के पीठासीन और मतदान अधिकारी क्रमांक-1 का प्रशिक्षण स्वामी विवेकानन्द कॉलेज में संपन्न हुआ. इस प्रशिक्षण में 400 प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए, जिन्हें कुल 32 मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षित किया.
प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर्स द्वारा पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी क्रमांक-1 को उनके दायित्वों से अवगत कराते हुए मतदान की प्रक्रिया समझाई गई. इसके अलावा ईवीएम और वीवीपैट के संचालन के बारे में जानकारी दी गई. वहीं प्रशिक्षणार्थियों द्वारा किए गए सवालों का समाधान भी मौके पर मास्टर ट्रेनरों ने किया.
एसएसटी, एफएफटी, एलएमटी, वीवीटी टीमों के सदस्यों की हुई बैठक
भारत निर्वाचन आयोग ने विधानसभा उप निर्वाचन के लिए नियुक्त व्यय प्रेक्षक आस्थानंद पाठक (आईआरएएस) के साथ कलेक्टर भवन के सभाकक्ष में आगर विधानसभा उप निर्वाचन के लिए गठित एसएसटी, एफएफटी, एलएमटी, वीवीटी टीमों के सदस्यों की बैठक ली.
इस दौरान उन्होंने सभी टीमों के अधिकारी-कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, जिसमें 10 लाख रुपये से अधिक की राशि का मामला संज्ञान में आने पर इन्कम टैक्स अधिकारी को सूचना देने के लिए कहा गया. साथ ही आपसी समन्वय रखते हुए उचित कार्रवाई की बात कही गई.
उन्होंने कहा कि, निर्वाचन के दौरान कोई स्टार प्रचारक आता है, तो हेलीकॉप्टर के अंदर की वीडियोग्राफी नहीं की जाए. साथ ही निर्वाचन से जुड़े सभी नोडल अधिकारियों के नाम और मोबाइल नंबर की जानकारी रखी जाए. व्यय प्रेक्षक पाठक ने कहा कि, कोई केन्डीडेट किसी का नाम नहीं लेता है, तो उसका खर्च पार्टी फंड में जाएगा.
अगर कोई प्रत्याशी पार्टी का नाम बताता है, तो आधा खर्च प्रत्याशी और आधा खर्च पार्टी में जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि निर्वाचन से जुड़े सभी अधिकारी-कर्मचारी कोविड-19 की गाइडलाइन की पालन करें और मतदाताओं को भी प्रेरित करें. इस दौरान जिला पंचायत सीइओ डीएस रणदा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी अशफाक अली, कोषालय अधिकारी तरुण त्रिपाठी सहित व्यय निगरानी की समस्त टीम उपस्थित रही.