आगर। जिले के सुसनेर में शहर से गुजरने वाला इंदौर-कोटा राजमार्ग पूरी तरह से बदहाल हो चुका है. सड़क पर पेचवर्क का काम करवाए जाने के बाद भी इस मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिसके चलते वाहनों को निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं तेज रफ्तार वाहनों की जिंदगी मौत के काल में समा रही है.
इस मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे हैं जो हादसों को न्योता दे रहे हैं. आलम यह है कि उज्जैन से लेकर चंवली तक हर दिन दर्जन भर हादसे होते हैं. वहीं कुछ बड़े हादसे भी होते हैं जिसमें लोगों की मौत तक हो जाती है, बता दें नेशनल ऑथारेटी आफ इंडिया ने इंदौर-कोटा राजमार्ग को नेशनल हाइवे 552 घोषित कर दिया है. बावजूद इसके यह फोरलेन में तब्दील नहीं हुआ है और खराब सड़क का हर्जाना वाहन चालकों को भुगतना पड़ता है.
क्षेत्रवासी इस मार्ग को काफी लंबे समय से फोरलेन बनाने के लिए मांग कर रहे हैं. वहीं जनता के साथ क्षेत्र के सांसद और विधायक भी अपने-अपने स्तर से सरकार को इस रास्ते को फोरलेन में बदलने की मांग कर रहे हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता शैलेन्द्र विद्यार्थी ने बताया कि इस मार्ग को फोरलेन में तब्दील किए जाने को लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक ने मांग उठाई है. लेकिन फिर भी कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिसके बाद शासन से मांग की गई है कि इस रास्ते को जल्द से जल्द फोरलेन में तब्दील किया जाए.