आगर-मालवा। जिला मुख्यालय से 8 किमी दूर पालखेड़ी गांव में राजमार्ग से लगी बेशकीमती करोड़ों की गोचर भूमि पर अवैध रूप से कब्जे का मामला सामने आया है. जिसकी शिकायत सरपंच द्वारा किए जाने के बावजूद भी जिम्मेदारों ने अब तक इसकी कोई सुध नहीं ली है. हालात ये हैं कि कब्जेधारियों ने अब इस भूमि पर अपना हक जमाकर खेती करना भी शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक पालखेड़ी गांव में हाइवे से लगी करीब 110 बीघा जमीन को गोचर भूमि के तौर पर अरक्षित किया गया था, इस भूमि में से ग्राम पंचायत द्वारा 25 बीघा भूमि आंगनवाड़ी केंद्र बनाने के लिए आवंटित की गई थी. पालखेड़ी में हाइवे पर रात में पुलिस कार्रवाई भी करती है. ऐसे में दो बीघा भूमि पुलिस चौकी के लिए दी गई थी, लेकिन इस भूमि पर पास के ही गांव के कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है.
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बताया जा रहा है कि ये कब्जा पिछले एक साल से ज्यादा समय से है, हाल ही में इन लोगों ने ट्रैक्टर के जरिए पूरी भूमि को जुतवा दिया और फसल की बुवाई भी कर दी. इसकी शिकायत सरपंच ने जिम्मेदार अधिकारियों से की थी, लेकिन कब्जा हटाने के लिए कोई भी कार्रावाई शुरू नहीं हुई. गोचर भूमि पर कब्जे के बाद गायों के विचरण की समस्या खड़ी हो गई है. अब गायें सड़क किनारे या इधर उधर खेतों में चरती रहती हैं. कई बार रोड पर निकलने वाले वाहनों से दुर्घटना की शिकार हो जाती हैं.
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पालखेड़ी सरपंच प्रतिनिधि कमल पालीवाल ने बताया कि करीब 110 बीघा गोचर भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर खेती करना शुरू कर दिए हैं. इस भूमि में से 25 बीघा भूमि आंगनवाड़ी केंद्र और 2 बीघा भूमि पुलिस चौकी के लिए दी गई थी. इसकी शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से करने के बाद भी निराकरण नहीं हो पाया.