आगर-मालवा। जिले के सुसनेर में ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है, जिसमें जमुनिया रोड़ में रहने वाली महिला गीता बाई को नगर परिषद सुसनेर ने अब जिंदा मान लिया है और उसके सभी कागजात भोपाल भेजकर आइडी बनवाई गई है. अधिकारियों का कहना है कि अब उसे सारी सुविधाएं भी दी जाएंगी. नगर परिषद सुसनेर के सीएमओ हरिवल्लभ शर्मा ने कहा है कि, उन्हें सात दिन के अंदर पेंशन मिलने लगेगी.
जामुनिया रोड पर रहने वाली गीताबाई के पति का देहांत 25 साल पहले हो गया था. उन्हें पिछले एक साल से विधवा पेंशन मिल रही थी, लेकिन नगर परिषद के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण वह कागजों में मृत घोषित कर दिया गया, जिस वजह से उन्हें 3 महीने से पेंशन और सारी सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं थीं.
ईटीवी भारत ने 10 दिसंबर को 'खुद के जिंदा होने का सबूत लेकर पेंशन के लिए दर- दर भटक रही महिला' के नाम से ये खबर प्रकाशित की. जिसके बाद नगर परिषद के जिम्मेदारों ने महिला को न्याय दिलाने की प्रक्रिया शुरू की और महिला के दस्तावेज भोपाल भेज कर फिर से आईडी शुरू करवाई और उसे जीवित घोषित किया.