आगर मालवा। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह आलोट से देर रात आगर पहुंचे. जहां उन्होंने गणतंत्र दिवस पर किसान आंदोलन में हुई हिंसा पर बात की. दिग्विजय सिंह ने कहा कि दिल्ली पुलिस को जनता के सामने लाना चाहिए, आखिर जिन लोगों ने इस कृत्य को अंजाम दिया वे कौन लोग हैं. क्या दिल्ली पुलिस इतनी कमजोर हो गई है कि उन्हें उन लोगों के नाम भी नहीं मालूम.
राज्यसभा सांसद ने कहा कि अभी तक उन लोगों को गिरफ्तार क्यों नही किया गया है. जब सब लोग कह रहे हैं कि दीप सिद्धू उसका नाम है तो एफआईआर में उसका नाम क्यों नही है. इस शांतिपूर्ण सत्याग्रह आंदोलन को बदनाम करने की सुनियोजित षड़यंत्र है.
जो पीएम और गृह मंत्री के साथ नहीं वो देशद्रोही
आन्दोलन को खालिस्तान और पाकिस्तान के साथ जोड़ने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये तो शुरू से ही हो रहा है. जो पीएम और गृहमंत्री के साथ हैं, वो देशभक्त हैं और जो उनके साथ नहीं हैं वो देशद्रोही है. ये मानसिकता किसी प्रधानमंत्री की नहीं होनी चाहिए. ऐसी सोच किसी गृह मंत्री और देश की किसी सरकार की नहीं होना चाहिए, ये लोकतंत्र की व्यवस्था के विपरीत है. वहीं दिल्ली पुलिस कमिश्नर के किसान निताओं के चेहरे सामने आने वाले वीडियो के दावे पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि नाम तो बताएं कि कौनसा किसान यूनियन का नेता है. जिसने यह किया है, हिंसा में एक किसान की मौत भी हो गई, उसको पुलिस की गोली लगी है.
प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर टिप्पणी करना भी उचित नहीं समझता
इस दौरान राज्यसभा सांसद ने सांसद प्रज्ञा के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि वे जिस प्रकार की बयानबाजी करती हैं, उस पर मैं टिप्पणी करना भी उचित नहीं समझता. इस देश की जनता जानती है, जो त्याग सोनिया गांधी ने किया है, वे प्रधानमंत्री बन सकती थीं लेकिन उन्होंने पद ठुकरा दिया. वहीं धर्म और संस्कृति के बयान पर दिग्विजय ने कहा कि राहुल गांधी ने साफ कहा है कि वे हिन्दू हैं, सनातनी हिन्दू हैं.