आगर मालवा। बारदानों की समस्या के चलते गेहूं खरीदी नहीं होने से किसानों में नाराजगी है. किसानों की नाराजगी इतनी बढ़ गई है कि हाइवे पर छावनी नाका चोराहै पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियां खड़ी कर चक्काजाम कर दिया. वहीं किसानों के समर्थन में कांग्रेस पार्टी भी मैदान में उतर गई है. इस दौरान एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष विपिन वानखेडे, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बाबूलाल यादव सहित अन्य कांग्रेसी भी किसानों की समस्या के निराकरण के लिए खड़े हो गए.
विपिन वानखेड़े ने एसडीएम महेन्द्र कवचे से किसानों की समस्या का जल्द निराकरण करने की बात कही, तो एसडीएम ने कोई जवाब नहीं दिया. जिसके चलते वानखेड़े ने किसानों की समस्या हल नहीं होने की स्थिति में प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि शासन बारदाने उपलब्ध कराने में समर्थ नहीं है, तो उन्हें चुल्लू भर पानी मे डूब जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों को सरकार ने काफी परेशान किया है. किसानों की उपज 4 से 5 दिनों में खरीदी जा रही है. वहीं प्रशासन बारदाना तक उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है. बारदाना कोई कोरोना की दवाई नहीं है, जिसको बनाने में इतना समय लग रहा है. यदि सरकार के पास बारदाना नहीं है, तो हम बारदाना लाने का जिम्मा उठाते हैं.
बता दें कि यह सभी किसान नरवल और दाबड़िया सोसायटी के किसान हैं. इनकी उपज कृषि उपज मंडी स्थित खरीदी केंद्र में खरीदी जा रही है. जहां बुधवार तक बारदाना था, लेकिन कम बारदाने की वजह से गुरुवार को खरीदी बन्द कर दी गई. जिसके चलते किसानों ने हंगामा कर दिया.