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'मत घबराओ हमें बताओ' स्लोगन के साथ कलेक्टर ने महिला छात्रावास को सौंपी 'बेटी की पेटी'

शहर के सीनियर पोस्ट मैट्रिक महिला छात्रावास में बालिकाओं की समस्याओं के समाधान के लिए 'बेटी की पेटी' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें कलेक्टर और एसपी ने शिरकत की.

बेटी की पेटी
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Published : Oct 18, 2019, 7:31 PM IST

Updated : Oct 18, 2019, 8:13 PM IST

आगर मालवा। जिला प्रशासन ने शहर के सीनियर पोस्ट मैट्रिक महिला छात्रावास में बालिकाओं को जागरुक करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें बताया गया कि बालिकाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए एक सूचना पेटी लगाई जा रही है. जिसे 'बेटी की पेटी' नाम दिया गया है. बालिकाएं अपनी शिकायत प्रशासन से सीधे कर सकेंगीं. इस दौरान कलेक्टर संजय कुमार समेत एसपी सविता सोहाने भी मौजूद रहे.

बेटी की पेटी कार्यक्रम

कलेक्टर संजय कुमार ने कहा कि वर्तमान समय बालिकाओं के लिए चुनौतीपूर्ण है. कई बार बालिकाएं कुछ बातें अपने मन में ही रख लेती हैं जो आगे चलकर परेशानी का कारण बनती हैं. इस पेटी के माध्यम से वे अपनी शिकायत कर सकेंगीं.

वहीं एसपी सविता सोहाने ने बालिकाओं को सुरक्षा से संबंधित सुझाव देते हुए कहा कि पढ़ाई व सार्वजनिक जीवन जीने के दौरान कई तरह की बाते सामने आती हैं. हर गतिविधि को अपनी बड़ी बहन या मॉ को बताएं. उन्होंने कहा कि बाल विवाह, शैक्षणिक समेत अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए बालिकाएं निडर होकर आवेदन लिखकर पेटी में डाले. उनकी जानकारी पुरी तरह गोपनीय रखते हुए समस्या का समाधान किया जाएगा.

आगर मालवा। जिला प्रशासन ने शहर के सीनियर पोस्ट मैट्रिक महिला छात्रावास में बालिकाओं को जागरुक करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें बताया गया कि बालिकाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए एक सूचना पेटी लगाई जा रही है. जिसे 'बेटी की पेटी' नाम दिया गया है. बालिकाएं अपनी शिकायत प्रशासन से सीधे कर सकेंगीं. इस दौरान कलेक्टर संजय कुमार समेत एसपी सविता सोहाने भी मौजूद रहे.

बेटी की पेटी कार्यक्रम

कलेक्टर संजय कुमार ने कहा कि वर्तमान समय बालिकाओं के लिए चुनौतीपूर्ण है. कई बार बालिकाएं कुछ बातें अपने मन में ही रख लेती हैं जो आगे चलकर परेशानी का कारण बनती हैं. इस पेटी के माध्यम से वे अपनी शिकायत कर सकेंगीं.

वहीं एसपी सविता सोहाने ने बालिकाओं को सुरक्षा से संबंधित सुझाव देते हुए कहा कि पढ़ाई व सार्वजनिक जीवन जीने के दौरान कई तरह की बाते सामने आती हैं. हर गतिविधि को अपनी बड़ी बहन या मॉ को बताएं. उन्होंने कहा कि बाल विवाह, शैक्षणिक समेत अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए बालिकाएं निडर होकर आवेदन लिखकर पेटी में डाले. उनकी जानकारी पुरी तरह गोपनीय रखते हुए समस्या का समाधान किया जाएगा.

Intro:आगर मालवा
-- जिला प्रशासन द्वारा किए गए नवाचार के अंतर्गत विभिन्न स्कूलो में, छात्रावासो में, कॉलेज में या अन्य सार्वजनिक स्थानो पर कामकाजी बालिकाओं के हितो को दृष्टिगत रखते हुए एक सूचना पेटी जगह-जगह पुलिस एवं प्रशासन द्वारा स्थापित की जा रही है जिसे बेटी की पेटी नाम दिया गया है। इस पेटी पर बालिकाओं से आव्हान किया गया है कि मत घबराओ हमे बताओ बेटी की पेटी वितरण कार्यक्रम समारोह पूर्वक सीनियर पोस्ट मेट्रीक छात्रावास में सम्पन्न हुआ।
         Body: इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान समय बालिकाओं के लिए चुनौतीपूर्ण समय है। कई मर्तबा बालिकाएं कुछ बातें अपने मन मे ही रख लेती है जो आगे चलकर परेशानी का कारण बनती है। किसी भी तरह की समस्या होने पर आप इस पेटी का उपयोग करें और अपनी समस्या को पेटी में पर्ची बनाकर डाल दें जिला प्रशासन आपकी समस्या का समाधान करेगा। कलेक्टर ने उपस्थित बालिकाओं को पढ़ाई से जुड़े हुए सुझाव बताते हुए कहा कि शिक्षक किताबे पढ़ा देते है लेकिन जिंदगी की किताब शिक्षक नही पढ़ा पाते है। जिंदगी की किताब अनुभवो से पढऩे को मिलती है। अच्छे व्यक्तित्व की हर जगह सराहना होती है। प्रतिदिन यह सोचकर आगे बढ़े कि हमे बेहतर बनना है। जब हम स्वयं अच्छे बन जाएंगे तो चहुंओर अच्छा दिखने लगेगा।
प्रदर्शन से बचो मर्यादित रहो
         एसपी सविता सोहाने ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बालिकाएं बड़ी होकर एक साथ 2 परिवारों का संचालन करती है। तीन तरह की अवस्थाएं बाल्यावस्था, किशोरावस्था, युवावस्था होती है। किशोरावस्था महत्वपूर्ण अवस्था रहती है। यह समय हर बालिका के लिए महत्वपूर्ण होता है अच्छे लोगो के बीच रहे और अपनी मर्यादा का पालन करें। जहां तक हो सके प्रदर्शन से बचे। एसपी ने बालिकाओं को सुरक्षा से संबंधित सुझाव देते हुए कहा कि पढ़ाई के दौरान एवं सार्वजनिक जीवन जीने के दौरान कई तरह की बाते सामने आती है हर गतिविधि को अपनी बड़ी बहन या मॉ को बताए।
Conclusion:कलेक्टर-एसपी के प्रतिनिधि खोलेंगे पेटी
         विभिन्न स्थलो पर रखी जाने वाली बेटी की पेटी को कलेक्टर एवं एसपी द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि माह में एक बार खोलेंगे और शिकायतो को लेकर कलेक्टर-एसपी को अवगत कराएंगे जिसका निराकरण त्वरित किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक सविता सोहाने ने बताया कि अमुमन देखा जाता है कि असामाजिक तत्वों से परेशानी एवं अन्य समस्याओं को लेकर बालिकाएं आए दिन परेशान होती रहती है जिनका वे खुलकर विरोध भी नही कर पा रही है। बेटी की पेटी के तहत् बालिकांओ की समस्या जानने के लिए प्रशासन द्वारा जिले के सभी विद्यालयों, होस्टल, थानों सहित सार्वजनिक स्थलों पर बेटी की पेटी रखी जाएगी जिसमें बलिकाएं अपनी किसी भी प्रकार की समस्या लिखकर पेटी में आवेदन कर सकती है। पेटी में प्राप्त आवेदिकाओं की समस्याओं एवं सुझाव सहित जानकारी गोपनीय रखा जाएगा जिसकी मॉनीटरिंग हमारे द्वारा की जाएगी तथा प्राप्त आवेदनों पर तत्काल कार्रवाई कर उनकी समस्याओं का निराकरण करवाएंगे। बाल विवाह, शैक्षणिक सहित अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए बालिकाएं निडर होकर आवेदन लिखकर पेटी में डाले उनकी जानकारी पुरी तरह गोपनीय रखते हुए समस्या का शीघ्र जिला प्रशासन द्वारा समाधान किया जाएगा।
Last Updated : Oct 18, 2019, 8:13 PM IST
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