आगर-मालवा। सुसनेर के सबसे प्राचीन राधा कृष्ण मंदिर का 60 साल बाद जीर्णोद्धार करवाया गया है. ये काम अखिल भारतीय सौंधिया क्षत्रिय समाज के युवाओं ने जनसहयोग से एकत्रित की गई 4 लाख रूपये की राशि से करवाया है. इस मंदिर के निर्माण को लेकर साठ साल पहले विवाद हुआ था, जिसके चलते भगवान की मूर्तियां इतवारिया बाजार में स्थित चंवरे के मंदिर में रखी गईं थीं.
यह मंदिर बहुत पुराना होने के कारण खंडहर में तब्दील होता जा रहा था, साठ वर्ष पहले इस मंदिर का निर्माण करवाया जा रहा था, जिसके चलते राधा कृष्ण की प्रतिमाओं को इतवारिया बाजार के चंवरे के मंदिर में रखा गया था. लेकिन सौंधिया क्षत्रिय समाज के लोगों में आपसी विवाद के चलते भगवान चंवरे के मंदिर में ही रखे रह गए और मंदिर का निर्माण भी अधर में लटक गया था.
इस पहल की शुरूआत करने वाले महेन्द्र सिंह कांवल ने बताया कि सामाजिक लोगों से 4 लाख रूपये की राशि एकत्रित कर तीसरी बार मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया है. जिसके तहत मंदिर के गर्भगृह में मार्बल तो परिसर में कोटा स्टौन लगाए गए हैं. अब भगवान का मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है.