आगर मालवा। जिले में एक बार फिर से ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. शुक्रवार को ईटीवी भारत ने सुसनेर से 15 किमी दूर कीटखेड़ी गांव में रहने वाले नट समुदाय के लोगों की आर्थिक परेशानी की खबर दिखाई थी. लॉकडाउन के चलते नट समुदाय के कुछ लोगों का बैंड-बाजे का व्यापार बंद हो जाने के चलते उन्हें बैंड गिरवी रखकर घर चलाना पड़ रहा है. ये लोग झोपड़ियां बनाकर रहने को मजबूर हैं. जनपद पंचायत ने खबर को देखते ही सुसनेर के CEO पराग पंथी ने संज्ञान लेते हुए नट समुदाय की मदद करने की बात कही है.
झोपड़ी की जगह प्रधानमंत्री आवास के तहत उनके पक्के मकान बनवाए जाएंगे. दरअसल कीटखेड़ी के प्रभुलाल नट और कुछ अन्य लोगों ने अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए कर्ज लेकर के बैंड-बाजा खरीदा था, लेकिन कोरोना वायरस से बचाव के लिए लगे लॉकडाउन की वजह से उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. काम बंद हो जाने के चलते इन लोगों के सामने खाने की परेशानी खड़ी हो गई, जिसके चलते नट समुदाय के लोगों को कई सामानों को गिरवी रखना पड़ा था.
खबर देखते ही जनपद CEO ने ग्राम पंचायत के CEO को नट समुदाय की मदद करने के निर्देश दिए. जनपद CEO पराग पंथी ने बताया कि कीटखेड़ी में नट समुदाय के कुछ लोगों के कच्चे मकान हैं, इसके लिए उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिए जाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी. आर्थिक स्थिति को लेकर हर संभव मदद की कोशिश की जाएगी.