नई दिल्ली : 15वें हॉकी विश्व कप में कुल 44 मुकाबले खेले गए, जिनका हॉकी फैंस ने लुत्फ उठाया. इन मुकाबलों में टीमों ने जीत के लिए धुंआधार गोल किये. विश्व कप में कुल 249 गोल दागे गये. इस दौरान 143 फील्ड, 94 पेनल्टी कॉर्नर और 12 पेनल्टी स्ट्रोक के जरिए गोल किये गये. विश्व कप में 85 बार ग्रीन कार्ड और 30 बार येलो कार्ड दिखाए गए. मुकाबलों के दौरान किसी भी खिलाड़ी को रेड कार्ड नहीं दिखाए जाने का रिकार्ड बना.
नीदरलैंड्स रहा सबसे आगे
हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) में सबसे ज्यादा गोल ब्रॉन्ज मेडल विजेता नीदरलैंड्स ने दागे हैं. नीदरलैंड्स ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराया था. द ऑरेंज छह मुकाबलों में कुल 32 गोल कर टॉप पर है. अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया खेले गए 6-6 मुकाबलों में 28-28 गोल कर दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. जर्मनी सात मैच में 26 गोल ठोक कर चौथे स्थान पर है. वहीं भारत 6 मैच में 22 गोल कर पांचवें स्थान पर है.
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हॉकी विश्व कप में इन देशों ने लिया भाग
ओडिशा (Odisha) के भुवनेश्वर और राउरकेला में आयोजित 15वें हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) का चैंपियन जर्मनी बना है. वहीं, बेल्जियम उपविजेता रहा. हॉकी के इस महासंग्राम में दुनिया के 16 देशों ने विश्व चैंपियन बनने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाया था. विश्व कप में भाग ले रही टीमों को चार पूल में बांटा गया था. पूल ए में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, अर्जेंटीना, पूल बी में बेल्जियम, जापान, कोरिया, जर्मनी, पूल सी में नीदरलैंड्स, चिली, मलेशिया, न्यूजीलैंड और पूल डी में भारत, वेल्स, स्पेन, इंग्लैंड थे. विश्व कप के सभी मैच कलिंगा स्टेडियम (Kalinga Stadium) और बिरसा मुंडा स्टेडियम में खेले गए.