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काबुल में ब्रिटेन के दूतावास में छूटा अफगान कर्मचारियों का ब्यौरा - अफगान कर्मचारियों और रोजगार के लिए आवेदन करने वालों की जानकारी

काबुल स्थित ब्रिटिश दूतावास में अफगान कर्मचारियों और रोजगार के लिए आवेदन करने वालों की जानकारी वाले दस्तावेज छूट गए हैं. हालांकि ब्रिटेन के रक्षा प्रमुख ने कहा कि इस सुरक्षा चूक की तह तक जाएंगे.

काबुल एयरपोर्ट
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Published : Aug 27, 2021, 8:01 PM IST

लंदन : ब्रिटेन के रक्षा प्रमुख ने शुक्रवार को, काबुल स्थित ब्रिटिश दूतावास में हुई सुरक्षा चूक की तह तक जाने का वादा किया जिसके कारण अफगान कर्मचारियों और रोजगार के लिए आवेदन करने वालों की जानकारी वाले दस्तावेज पीछे छूट गए थे.

टाइम ऑफ लंदन के संवाददाता एंथोनी लॉयड ने कहा कि इस सप्ताह जब वह एक तालिबानी के साथ काबुल के परित्यक्त राजनयिक इलाके में गए तो उन्हें जमीन पर बिखरे दस्तावेज मिले. रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा कि दस्तावेजों को असुरक्षित छोड़ा जाना बिलकुल भी अच्छा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इसके बारे में सवाल कर सकते हैं.

वालेस ने एलबीसी रेडियो से कहा. 'हम इसका पता लगाएंगे और तह तक जाएंगे.' पश्चिमी देशों की सेनाओं के लिए काम करने वाले हजारों नागरिक अफगानिस्तान से निकलने का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद उन्हें इसके नतीजे का भय सता रहा है. लॉयड ने कहा कि दस्तावेजों में दूतावास के एक वरिष्ठ कर्मचारी का नाम और पता शामिल था. उन्होंने कहा कि इसके अलावा अन्य कर्मचारियों तथा अनुवादक के पद के लिए आवेदन करने वालों के पते भी शामिल थे.

उन्होंने उन फोन नंबरों पर संपर्क किया तो मालूम हुआ कि कुछ कर्मचारी पहले ही अफगानिस्तान छोड़ चुके थे लेकिन अन्य अब भी देश में थे जिनमें से तीन अफगान कर्मचारी और उनके परिवारों के आठ सदस्य काबुल हवाई अड्डे के बाहर फंसे थे.

पढ़ें- बाइडेन प्रशासन ने किया अफगानों से 'धोखा', तालिबान को सौंप दी अमेरिका के मददगारों की लिस्ट!

लंदन : ब्रिटेन के रक्षा प्रमुख ने शुक्रवार को, काबुल स्थित ब्रिटिश दूतावास में हुई सुरक्षा चूक की तह तक जाने का वादा किया जिसके कारण अफगान कर्मचारियों और रोजगार के लिए आवेदन करने वालों की जानकारी वाले दस्तावेज पीछे छूट गए थे.

टाइम ऑफ लंदन के संवाददाता एंथोनी लॉयड ने कहा कि इस सप्ताह जब वह एक तालिबानी के साथ काबुल के परित्यक्त राजनयिक इलाके में गए तो उन्हें जमीन पर बिखरे दस्तावेज मिले. रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा कि दस्तावेजों को असुरक्षित छोड़ा जाना बिलकुल भी अच्छा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इसके बारे में सवाल कर सकते हैं.

वालेस ने एलबीसी रेडियो से कहा. 'हम इसका पता लगाएंगे और तह तक जाएंगे.' पश्चिमी देशों की सेनाओं के लिए काम करने वाले हजारों नागरिक अफगानिस्तान से निकलने का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद उन्हें इसके नतीजे का भय सता रहा है. लॉयड ने कहा कि दस्तावेजों में दूतावास के एक वरिष्ठ कर्मचारी का नाम और पता शामिल था. उन्होंने कहा कि इसके अलावा अन्य कर्मचारियों तथा अनुवादक के पद के लिए आवेदन करने वालों के पते भी शामिल थे.

उन्होंने उन फोन नंबरों पर संपर्क किया तो मालूम हुआ कि कुछ कर्मचारी पहले ही अफगानिस्तान छोड़ चुके थे लेकिन अन्य अब भी देश में थे जिनमें से तीन अफगान कर्मचारी और उनके परिवारों के आठ सदस्य काबुल हवाई अड्डे के बाहर फंसे थे.

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