भोपाल। राष्ट्रीय खेल दिवस यानी 29 अगस्त को खेल पुरस्कार का वितरण हुआ, जिसमें मध्य प्रदेश के पारंपरिक खेल मलखंभ के कोच योगेश मालवीय को द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया गया. ऐसा पहली बार हुआ है, जब देश में मलखम्भ के लिए सम्मान से नवाजा गया हो. सम्मान मिलने के बाद योगेश मालवीय, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मिलने पहुंचे. इस मौके पर वीडी शर्मा ने योगेश मालवीय को सम्मानित कर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं.
कपड़े धोने का काम करते थे योगेश
योगेश मालवीय ने 7 साल की उम्र से ही मलखंभ में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था. पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण योगेश ने पिता के साथ उज्जैन के महाकाल मंदिर के पास कपड़े धोने और प्रेस करने का काम किया. योगेश देशभर में मलखंभ प्रशिक्षक के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं. इसी वजह से 2006 में शाजापुर में खेल एवं युवक कल्याण विभाग में उनकी मलखंभ डिस्ट्रिक्ट कोच के रूप में नियुक्ति की गई थी. योगेश 27 साल से मलखम्भ कोच के रूप में एक्टिव हैं. भागसीपुरा स्थित अच्युतानंद व्यायामशाला में 5 साल की उम्र से योगेश ने मलखम्भ खेलना शुरू किया था.
योगेश जीत चुके हैं यें अवॉर्ड
- योगेश को साल 2012 में राज्य सरकार की ओर से विश्वामित्र अवॉर्ड दिया गया था.
- साल 2018 में योगेश ने राजपथ पर भारतीय खेल प्राधिकरण की ओर से मलखंभ की झांकी में पहला पुरस्कार जीता था
- सोनी टीवी पर एंटरटेनमेंट के लिए 'कुछ भी करेगा' शो में पांच बार वीकली विनर बने हैं योगेश
- 15 से ज्यादा टीवी रियलिटी शो में हिस्सा ले चुके हैं योगेश
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा करीब 74 खिलाड़ियों और कोच को सम्मानित किया गया. हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पर ये अवॉर्ड सेरेमनी राष्ट्रपति भवन में होती है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस कार्यक्रम को पहली बार वर्चुअली किया गया.