उज्जैन(Ujjain)। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Mandir) के बैंक अकाउंट (Bank Account) में बड़ी गड़बड़ी देखने को मिली. दरअसल महाकाल मंदिर समिति (Mahakal Mandir Committee) के अकाउंट में काम करने वाले एक कर्मचारी ने मंदिर समिति के क्यूआर कोड (QR Code) के नीचे अपना मोबाइल नंबर डाल दिया था. इस वजह से यूपीआई (UPI) के माध्यम से आया दान सीधा उस कर्मचारी के निजी खाते (Personal Bank Account) में चला जाता था.
मामले की जानकारी लगने के बाद उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह (Ujjain Collector Ashish Singh) ने इस पर नाराजगी जताई. मंदिर समिति के प्रशासक सुजान सिंह रावत को कलेक्टर ने जांच के आदेश भी दिए हैं.
कर्मचारी के खाते में जा रही थी दान राशि
दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर में अकाउंट्स में काम करने वाले विपिन ऐरन ने अपने व्हट्सप के स्टेटस और महाकाल मंदिर कार्यालय में लगे बारकोड के नीचे अपना मोबाइल नंबर डाल दिया था. यह मोबाइल नंबर कर्मचारी के बैंक अकाउंट से जुड़ा था. जिस वजह से दान का पैसा सीधे उसके अकाउंट में जा रहा था. बता दें, दान राशि महाकाल मंदिर के बैंक ऑफ इंडिया स्थित अकाउंट में सीधे जाती है. लेकिन जब राशि खाते में नहीं पहुंची तो मामले की जानकारी लगी. हालांकि अभी तक कितने रुपए कर्मचारी के खाते में पहुंचे हैं. इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. कलेक्टर के आदेश के बाद मंदिर समिति जांच कर रही है.
मामला संज्ञान में आते ही कर्मचारी के खाते के स्टेटमेंट मंगवा लिए गए हैं. अभी एक माह के स्टेटमेंट में तो कुछ गड़बड़ी नहीं मिली है, लेकिन पूरे साल का स्टेटमेंट देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. प्राथमिक रूप से महाकाल मंदिर के बैंक खाते के क्यूआर कोड के नीचे अपने निजी खाते के यूपीआई से लिंक अपना मोबाइल नंबर देने का मामला सामने आया है. जांच में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
-आशीष सिंह, उज्जैन कलेक्टर
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ऑनलाइन दान देने वाली प्रक्रिया पर सवाल
महाकाल मंदिर समिति ने मंदिर प्रांगड़ में लड्डू प्रसादी, शीघ्र दर्शन और अब प्रोटोकॉल दर्शन की सुविधा भी ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से शुरू की है. लेकिन इस घटना के बाद से ऑनलाइन दान देने वाली प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं.