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उज्जैन में बाबा महाकाल ने तीसरे नेत्र के दिए दर्शन, मस्तक पर चंद्र और कानों में धारण किया नाग - उज्जैन बाबा महाकालेश्वर मंदिर

सोमवार को बाबा महाकाल का भस्म आरती के दौरान पंचामृत अभिषेक किया गया. इसके बाद बाबा के मस्तक पर चांदी का तीसरा नेत्र और चंद्र लगाया गया, फिर भगवान ने कानों में नाग धारण किया. भगवान का चंदन और उबटन से राजा के रूप में श्रृंगार किया गया. भगवान महाकाल को भस्मी अर्पित करके आरती की गई और उन्हें विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का भोग लगाया गया. (Ujjain Mahakaleshwar temple)

Ujjain Mahakaleshwar temple Baba Mahakal makeup on 4 April 2022
उज्जैन में बाबा महाकाल ने तीसरे नेत्र के दिए दर्शन
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Published : Apr 4, 2022, 8:39 AM IST

उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में प्रातः काल 4:00 बजे होने वाली भस्म आरती में सबसे पहले भगवान महाकाल को जल अर्पित कर उन्हें स्नान कराया गया. इसके बाद पंडे, पुजारियों द्वारा दूध ,दही ,घी ,शहद, पंचामृत से भगवान का अभिषेक किया गया. इसके पश्चात भगवान महाकाल का पंडे, पुजारियों द्वारा अद्भुत श्रृंगार किया गया. भगवान महाकाल को भस्मी अर्पित करके आरती की गई जिसमें बाबा महाकाल को फल और विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का भोग लगाया गया.

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बाबा महाकाल का चंदन और उबटन से राजा रूप में हुआ श्रृंगार: भगवान महाकाल का पंडे, पुजारियों द्वारा चंदन और उबटन से राजा के रूप में श्रृंगार किया गया. इसके बाद बाबा के मस्तक पर चांदी का तीसरा नेत्र और चंद्र लगाया गया, फिर भगवान ने कानों में नाग धारण किया. भगवान महाकाल के श्रृंगार में काजू, बादाम, रुद्राक्ष, भांग, अबीर, कुमकुम सहित तमाम चीजों से बाबा को सजाकर राजा के रूप में तैयार किया गया. इसके अलावा भगवान को चांदी का छत्र,रुद्राक्ष की माला, फूलों की माला और कलरफुल वस्त्र पहनाये गये, फिर तमाम प्रकार के फल और मिठाइयों से भोग लगाया गया.

(Baba Mahakal makeup on 4 April 2022) (Ujjain Mahakaleshwar temple)

उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में प्रातः काल 4:00 बजे होने वाली भस्म आरती में सबसे पहले भगवान महाकाल को जल अर्पित कर उन्हें स्नान कराया गया. इसके बाद पंडे, पुजारियों द्वारा दूध ,दही ,घी ,शहद, पंचामृत से भगवान का अभिषेक किया गया. इसके पश्चात भगवान महाकाल का पंडे, पुजारियों द्वारा अद्भुत श्रृंगार किया गया. भगवान महाकाल को भस्मी अर्पित करके आरती की गई जिसमें बाबा महाकाल को फल और विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का भोग लगाया गया.

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बाबा महाकाल का चंदन और उबटन से राजा रूप में हुआ श्रृंगार: भगवान महाकाल का पंडे, पुजारियों द्वारा चंदन और उबटन से राजा के रूप में श्रृंगार किया गया. इसके बाद बाबा के मस्तक पर चांदी का तीसरा नेत्र और चंद्र लगाया गया, फिर भगवान ने कानों में नाग धारण किया. भगवान महाकाल के श्रृंगार में काजू, बादाम, रुद्राक्ष, भांग, अबीर, कुमकुम सहित तमाम चीजों से बाबा को सजाकर राजा के रूप में तैयार किया गया. इसके अलावा भगवान को चांदी का छत्र,रुद्राक्ष की माला, फूलों की माला और कलरफुल वस्त्र पहनाये गये, फिर तमाम प्रकार के फल और मिठाइयों से भोग लगाया गया.

(Baba Mahakal makeup on 4 April 2022) (Ujjain Mahakaleshwar temple)

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