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अब महाकाल के दर से कर सकेंगे अनाथ बच्चों की मदद, मंदिर में खुला दान काउंटर, 2000 रुपए प्रति माह देकर ले सकेंगे गोद

उज्जैन के महाकाल मंदिर में एक नई व्यवस्था शुरू की गई है जिसमें अनाथ बच्चों को गोद लिया जाएगा. महाकाल मंदिर में अनाथ बच्चों के लिये दान काउंटर खोला गया है. (Ujjain mahakal temple donation counter for orphan children)

Ujjain mahakal temple donation counter for orphan children
अनाथ बच्चों के लिये महाकाल मंदिर में खुला दान काउंटर
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Published : Mar 5, 2022, 9:38 PM IST

Updated : Mar 23, 2022, 1:14 PM IST

उज्जैन। महाकाल मंदिर में देश दुनिया से श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं, और यहां दान देते हैं. यहां भगवान के साथ साथ भक्तों के लिये भी भी कई सारी व्यवस्थायें की जाती है. अब महाकाल मंदिर में एक और नई व्यवस्था शुरू की गई है. यह व्यवस्था अनाथ बच्चों को गोद लेने की है. मंदिर परिसर में एक काउंटर लगाया गया है, जहां से अनाथ बच्चों की जानकारी प्राप्त कर उन्हें गोद लेने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है.

अनाथ बच्चों के लिये महाकाल मंदिर में खुला दान काउंटर
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि हाल ही में महिला बाल विकास विभाग के सचिव और कुछ अन्य अधिकारी महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आए थे. इन अधिकारियों ने ही मंदिर प्रशासन को ऐसा काउंटर शुरू करने की प्रेरणा दी थी. इसके बाद तुरंत ही निर्णय लेते हुए काउंटर खोल दिया गया. इस काउंटर का शुभारंभ भी विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया. इस कांउंटर में अनाथ बच्चों की सभी जानकारी दी गई है, जिसमें उनका बैंक अकाउंट सहित बीपीएल कार्ड की जानकारी भी शामिल है. (Ujjain mahakal temple donation counter for orphan children)

40 अनाथ बच्चों को केंद्र सरकार कर रही मदद
महिला बाल विकास के अधिकारी मोहम्मद अहमद सिद्दीकी ने बताया की अब तक कुल 40 बच्चों को केंद्र सरकार मदद कर रही है, बाकी बचे 307 बच्चों को प्रायवेट स्पॉन्सरशिप के तहत मदद दी जायेगी. सभी 307 बच्चे सर्वे में मिले हैं, और बीपीएल धारक हैं. 18 वर्ष से कम उम्र के ये सभी बच्चे वे हैं जिनके माता पिता की कोरोना काल में मौत हो गई थी. इन बच्चों के पालन पोषण की व्यवस्था करने लिए मंदिर समिति ने एक काउंटर लगाया है.

बाबा महाकाल का आज इस रूप में किया गया श्रृंगार, करें दर्शन

महाकाल का मिलेगा बच्चों को आशीर्वाद
सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिये थे कि 1 मार्च 2020 से 30 जून 2021 तक जिन बच्चों के माता पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी हो, उनका सर्वे कर उन सभी बच्चों को इस स्कीम में लिया जाए. सर्वे में 307 बच्चे और भी हैं जिनके लिए सुविधा दी जानी शेष थी, लेकिन केंद्र से 40 बच्चों का ही पैसा आता है. अब जो बच्चे शेष रह गए थे उनकी पढ़ाई और अन्य खर्च के लिए 2000 रुपए प्रति माह देने के लिए महाकाल मंदिर में एक काउंटर शुरू किया गया है, जिसमें कोई भी दान दाता ऐसे बच्चों को प्रति माह उसके एकाउंट में 2 हजार रुपए डालकर उनकी मदद कर सकता है.

उज्जैन। महाकाल मंदिर में देश दुनिया से श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं, और यहां दान देते हैं. यहां भगवान के साथ साथ भक्तों के लिये भी भी कई सारी व्यवस्थायें की जाती है. अब महाकाल मंदिर में एक और नई व्यवस्था शुरू की गई है. यह व्यवस्था अनाथ बच्चों को गोद लेने की है. मंदिर परिसर में एक काउंटर लगाया गया है, जहां से अनाथ बच्चों की जानकारी प्राप्त कर उन्हें गोद लेने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है.

अनाथ बच्चों के लिये महाकाल मंदिर में खुला दान काउंटर
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि हाल ही में महिला बाल विकास विभाग के सचिव और कुछ अन्य अधिकारी महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आए थे. इन अधिकारियों ने ही मंदिर प्रशासन को ऐसा काउंटर शुरू करने की प्रेरणा दी थी. इसके बाद तुरंत ही निर्णय लेते हुए काउंटर खोल दिया गया. इस काउंटर का शुभारंभ भी विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया. इस कांउंटर में अनाथ बच्चों की सभी जानकारी दी गई है, जिसमें उनका बैंक अकाउंट सहित बीपीएल कार्ड की जानकारी भी शामिल है. (Ujjain mahakal temple donation counter for orphan children)

40 अनाथ बच्चों को केंद्र सरकार कर रही मदद
महिला बाल विकास के अधिकारी मोहम्मद अहमद सिद्दीकी ने बताया की अब तक कुल 40 बच्चों को केंद्र सरकार मदद कर रही है, बाकी बचे 307 बच्चों को प्रायवेट स्पॉन्सरशिप के तहत मदद दी जायेगी. सभी 307 बच्चे सर्वे में मिले हैं, और बीपीएल धारक हैं. 18 वर्ष से कम उम्र के ये सभी बच्चे वे हैं जिनके माता पिता की कोरोना काल में मौत हो गई थी. इन बच्चों के पालन पोषण की व्यवस्था करने लिए मंदिर समिति ने एक काउंटर लगाया है.

बाबा महाकाल का आज इस रूप में किया गया श्रृंगार, करें दर्शन

महाकाल का मिलेगा बच्चों को आशीर्वाद
सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिये थे कि 1 मार्च 2020 से 30 जून 2021 तक जिन बच्चों के माता पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी हो, उनका सर्वे कर उन सभी बच्चों को इस स्कीम में लिया जाए. सर्वे में 307 बच्चे और भी हैं जिनके लिए सुविधा दी जानी शेष थी, लेकिन केंद्र से 40 बच्चों का ही पैसा आता है. अब जो बच्चे शेष रह गए थे उनकी पढ़ाई और अन्य खर्च के लिए 2000 रुपए प्रति माह देने के लिए महाकाल मंदिर में एक काउंटर शुरू किया गया है, जिसमें कोई भी दान दाता ऐसे बच्चों को प्रति माह उसके एकाउंट में 2 हजार रुपए डालकर उनकी मदद कर सकता है.

Last Updated : Mar 23, 2022, 1:14 PM IST
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