हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है. पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. मूल तौर पर पंचांग पांच अंगों से मिलकर बना होता है. ये पांच अंग- तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण हैं. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुर्हूत, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षण, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास आदि की जानकारी देते हैं. आएये जानते हैं. आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय.
02 अप्रैल 2022: शनिवार चैत्र शुक्ल पक्ष सूर्योदय प्रतिपदा तिथि प्रातः 11:58 तक उसके उपरांत द्वितीया तिथि.
चैत्र नवरात्रि प्रारंभ: नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है, इस दिन मां को गाय के शुद्ध घी का भोग लगाया जाता है इससे समस्त रोग और संकट से मुक्ति मिलती है.
मूल प्रारंभ: 1 अप्रैल शुक्रवार प्रातः 10:40 से रेवती नक्षत्र के 12 दिन के छोटे मूल प्रारंभ हो चुके हैं.
मूल समाप्ति: 3 अप्रैल रविवार दोपहर 12:30 तक मूल रहेंगे उसके उपरांत मूल समाप्ति.
पंचक समाप्ति:- 02 अप्रैल शनिवार प्रातः 11:21 तक पंचक रहेंगे उसके उपरांत पंचक समाप्ति.
Love rashifal : नए लव अफेयर की हो सकती है शुरुआत, अविवाहितों के रिश्ते की भी बढ़ेगी आगे बात
नक्षत्र: रेवती नक्षत्र प्रातः 11:21 तक उसके उपरांत अश्वनी नक्षत्र.
राशि: मीन राशि प्रातः 11:21 तक उसके उपरांत मेष राशि.
दिन शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ: प्रातः 07:44 से 09:17 प्रातः तक.
चर सामान्य: दोपहर 12:23 से 01:56 दोपहर तक.
लाभ: दोपहर 01:56 से 03:29 दोपहर तक.
अमृत: दोपहर 03:29 से 05:02 शाम तक
रात्रि शुभ चौघड़िया मुहूर्त
लाभ: शाम 06:34 से 08:01 रात तक.
शुभ: रात 09:28 से 10:55 रात तक.
अमृत: रात 10:55 से 12:22 रात तक.
चर सामान्य: रात 12:22 से 01:49 रात तक.
लाभ: रात 04:43 से 06:10 अगले दिन की प्रातः तक.
अभिजीत: दिन के 11:58 से 12:47 दोपहर तक.
आज का शुभ अंक: 2, 5, 6, 7
राहुकाल: प्रातः 09:17 से 10:50 प्रातः तक इसमें शुभ कार्य करना निषेध है.
दिशाशूल: आज के दिन पूर्व दिशा यात्रा करने की मनाई है अगर जाना जरूरी हो तो घर से लौंग खाकर निकले कार्य में सफलता मिलेगी.