उज्जैन। जनपद पंचायत में अध्यक्ष पद के निर्वाचन में कांग्रेस ने जीत हासिल की है, कांग्रेस के 12 सदस्यों ने मतदान किया तो बीजेपी की और से 9 सदस्य मतदान कर सकें. बीजेपी के 4 सदस्य मतदान के लिए नहीं पहुंचे, विपक्ष द्वारा अध्यक्ष पद जीतने के बाद कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हंगामा हुआ. (Ujjain Janpad Panchayat President Election)
ऐसे शुरू हुआ हंगामा: उज्जैन जनपद पंचायत के मतदान के दौरान सुबह से जनपद पंचायत सदस्य पहुंचना शुरू हो गए थे और चुनाव में मतदान सुबह 10:30 बजे शुरू हुए. इस बीच कांग्रेस के 12 सदस्य पहुंचे थे तो भाजपा की ओर से 9 सदस्य ने वोटिंग की. चुनाव के दौरान भाजपा और कांग्रेस के बीच विवाद की स्थिति बन गई और जब उज्जैन कलेक्टर निर्वाचन प्रक्रिया को देखने पहुंचे तो विधायक और कलेक्टर के बीच विवाद हो गया. इस दौरान कलेक्टर आशीष सिंह और विधायक महेश परमार के बीच तकरार इतनी बढ़ गई की पुलिस को बीच बचाव करना पड़ा. बता दें कि बीजेपी की ओर से 8 प्रॉक्सी वोट डालने के लिए प्रतिनिधियों को भेजा गया था, इसको लेकर कांग्रेस की आपत्ति जताते हुए कहा था कि, "प्रॉक्सी वोट परिवार का सदस्य डाल सकता है." इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद की स्थिति बनी और नारेबाजी शुरू हो गई.
धरने पर बैठे उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव: भाजपा के उम्मीदवार की हार की सूचना मिलते ही उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव अपने समर्थको के साथ जनपद पंचायत पहुंचे, इस बीच हार की सूचना पर कार्यकर्ता भी उत्तेजित हो गए और उन्होंने जनपद के बाहर लगे बेरिकेट तोड़ दिए. इस बीच मंत्री मोहन यादव ने एडीएम को बीजेपी की हार पर खरी खोटी सुनाई और भाजपा के चार सदस्यों को वोट डालने की बात पर अड़ गए. उन्होंने एडीएम को आग लगाने की धमकी दे डाली, इतना ही नहीं इसके बाद मंत्री अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए. हालांकि बाद में पुलिस ने बलपूर्वक भीड़ को जैसे-तैसे भगाया. फिलहाल बीजेपी के कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर खड़े हुए हैं, वही डॉक्टर मोहन यादव धरने पर जमीन पर बैठे हुए हैं.