उज्जैन। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शनिवार की सुबह बाबा महाकाल के मंदिर में पहुंचे, जहां उन्होंने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की. राज्यपाल सुबह 7.30 बजे होने वाली भोग आरती में भी शामिल हुए. जहां पुजारियों ने उनसे भोग आरती भी करवाई. काफी देर तक ॐ नमः शिवाय का जाप करते हुए शिव भक्ति में लीन नजर आए. विश्व प्रसिद्द महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंचे राज्यपाल का पुजारियों ने स्वागत किया. आरती के बाद एसडीएम गोविन्द दुबे और महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने उन्हें शाल, श्रीफल और महाकाल का प्रसाद देकर सम्मानित किया.
10 जनवरी से मिलेगी वैक्सीन की तीसरी डोज, नया रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं
पूजन के बाद उन्होंने बताया कि भगवान महाकाल (kerala governor visit mahakal temple) से कोरोना से मुक्ति के लिए प्रार्थना की है. देश का कल्याण हो विकास हो और प्रगति के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़े. राज्यपाल इंदौर में एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. इससे पहले राज्यपाल अरबिंदो विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में भी पहुंचे थे. जहां उन्होंने कहा था कि शिक्षा हमे बेहतर इंसान बनाती है, ताकि हम खुद को पहचानें और इंसानियत की सेवा कर सकें.
राजनीति पर भी रखी अपनी राय
पंजाब में पीएम की सुरक्षा में चूक और उसपर हो रहे विवाद पर भी गवर्नर ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसी पार्टी का नहीं बल्कि देश का होता है. उसका सम्मान किया जाना चाहिए. आरिफ मोहम्मद खान की संविधान का हवाला देते हुए कहा कि कॉन्सटिट्यूशन में साफ लिखा हुआ है कि देश के आदर्श और आइडियल का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए. बतौर नागरिक देश के हर आदमी को पीएम पद की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए. हालांकि उन्होंने सुरक्षा में चूक के मामले पर अपनी राय रखने से इनकार करते हुए कहा कि मैं एक संवैधानिक पद पर हूं और इस विषय पर टिप्पणी करने का मुझे अधिकार नहीं है.