उज्जैन। यूरिया का संकट कम होने की जगह बढ़ता जा रहा है. भारतीय किसान संघ का आरोप है कि रातडिया सोसायटी में यूरिया आवंटन में धांधली की जा रही है. साथ ही यूरिया की कालाबाजारी की खबरें भी सामने आईं हैं. इस मामले को लेकर भारतीय किसान संघ ने जिला विपणन अधिकारी के कार्यालय में ज्ञापन सौंपा और अपना विरोध दर्ज कराया.
किसानों का आरोप है कि अभी खेतों में यूरिया छिड़काव नहीं होना है, कम से कम 20 दिनों बाद जरूरत पड़ेगी, लेकिन सोसायटी के सेक्रेटरी द्वारा यूरिया के ट्रक पहले ही आवंटित करवाए दिए गए हैं. वहीं चकरावदा समेत कई गांवों में यूरिया नहीं पहुंचा है. ये भेदभाव क्यों किया जा रहा है.
किसान नेता बहादुर सिंह ने मीडिया से चर्चा में बताया कि रातडिया सोसायटी में 8 गांव आते हैं. जिसमें से 5 गांव को खाद उपलब्ध करवाया गया है और 3 गांव में अभी तक यूरिया नहीं पहुंचा. 4 दिन पहले जब हम अधिकारियों से मिले तो आश्वासन दिया गया था कि 2 दिन में खाद उपलब्ध हो जाएगा, लेकिन अभी तक नहीं हुआ.
ग्रामीणों का आरोप ये भी है कि हम लोग प्रति व्यक्ति 10 बोरी खाद लेकर आते हैं. जब हमारे खाते में पैसा कट जाता है, तो हमें पता चलता है कि 15 बोरी के पैसे काट लिए गए हैं. रजिस्टर में 5 से 10 बोरियां बढ़ाकर एंट्री दर्ज की जाती है. जिला विपणन अधिकारी ने किसानों की समस्याओं के समाधान की बात कही है.