सतना। जिले में एक निर्दयी मां ने रात में नवजात को नाले के पास फेंक दिया. रातभर वह भूख से लड़ती रही. दिन में चींटियों ने हमला कर दिया. बच्ची भरी धूप में कई घंटों तक पड़ी रही बच्ची के रोने की आवाज सुनकर लोगों को पता चला. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया. अब एक दंपत्ति ने बच्ची को गोद लेने के लिए आगे आए. दंपत्ति की मानें तो शासन की पूरी प्रक्रिया के बाद बच्ची को गोद लेंगे. Satna Crime News
जिला अस्पताल में इलाज जारी: सूचना के बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची. बच्ची को उपचार के लिए मझगवां स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. यहां से उसे सतना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. खास बात यह है कि बच्ची के मिलने की जानकारी सामने आने के बाद मझगवां तहसील का ही एक दंपत्ति बच्ची को गोद लेने के लिए सामने आए है. अरुण चौधरी और उनकी पत्नी रेखा चौधरी ने बच्ची के लावारिस मिलने के की सूचना मिलने पर वह मझगवां अस्पताल पहुंच गए.
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दंपति ने लिया गोद लेने का मामला: इन्होंने बताया कि इनके दो बेटे हैं. बेटियां ना होने की वजह से पिछले दिनों से बेटी को गोद लेने का संकल्प ले रहे थे. ऐसे में लावारिस बच्ची की सूचना पर दंपत्ति मझगवां अस्पताल से बच्ची को गोद लेने के लिए उसका उपचार कराने सतना जिला अस्पताल पहुंच गए. दंपत्ति की मानें तो शासन की पूरी प्रक्रिया के बाद वह बच्ची को गोद लेंगे.