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समय पर पूरा नहीं हुआ पीएम आवास योजना के तहत बनाए जा रहे मकानों का निर्माण कार्य

समय पर पूरा नहीं हुआ पीएम आवास योजना के तहत बनाए जा रहे मकानों का निर्माण कार्य, गरीब निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं लेकिन नहीं हो रही कोई सुनवाई

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Published : Mar 20, 2019, 5:58 PM IST

पीएम आवास योजना

सतना। स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत गरीबों को मकान देने का दावा सतना में फेल होता नजर आ रहा है. 2018 में पूरा होने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर के चिन्हित गरीब परिवारों को ये मकान दिये जाने थे. लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते अभी तक एक भी गरीब को उनका आवास नहीं मिला है. ऐसे में झुग्गियों में रहने वाले गरीब निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं लेकिन इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

दरअसल स्मार्ट सिटी योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शहर में लगभग 200 करोड़ की लागत से गरीबों के आवास बनाए जा रहे हैं. जिसमें 2018 तक शहर के चिन्हित गरीब परिवारों को यह मकान दिए जाने थे, लेकिन कछुए की गति से चल रहा प्रशासन एक भी आवास गरीबों को नहीं दे पाया. अधिकांश मकान खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला प्रशासन गरीबों का आशियाना दिलाने में कितना गंभीर है.

satna, mp
पीएम आवास योजना

सतना बाईपास उतैली में 2,850 मकान बनाए जा रहे हैं. मगर सतना नगर निगम प्रशासन 4 वर्षों में यह काम पूरा नहीं कर पाया, कई बार इसकी एमआईसी में शिकायत भी की गई लेकिन स्थानीय प्रशासन से लेकर नगरी निकाय मंत्रालय और मुख्यमंत्री से की मगर नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा. नगर निगम पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है.

इस मामले पर नगर निगम सतना के संबंधित अधिकारियों से बात की गई तो अधिकारी का कहना रहा कि इस योजना की कार्य अवधि समाप्त हो चुकी है, लेकिन जल्दी इसे पूरा कर लिया जाएगा. बहरहाल गरीबों के सपनों का आशियाना मिलने में अभी काफी वक्त लगेगा. सबसे ज्यादा वह गरीब परेशान है जो कर्ज लेकर ₹20,000 की मार्जिन मनी जमा कर चुके हैं, लेकिन इस बात से नगर निगम अनजान बना हुआ है.

सतना। स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत गरीबों को मकान देने का दावा सतना में फेल होता नजर आ रहा है. 2018 में पूरा होने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर के चिन्हित गरीब परिवारों को ये मकान दिये जाने थे. लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते अभी तक एक भी गरीब को उनका आवास नहीं मिला है. ऐसे में झुग्गियों में रहने वाले गरीब निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं लेकिन इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

दरअसल स्मार्ट सिटी योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शहर में लगभग 200 करोड़ की लागत से गरीबों के आवास बनाए जा रहे हैं. जिसमें 2018 तक शहर के चिन्हित गरीब परिवारों को यह मकान दिए जाने थे, लेकिन कछुए की गति से चल रहा प्रशासन एक भी आवास गरीबों को नहीं दे पाया. अधिकांश मकान खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला प्रशासन गरीबों का आशियाना दिलाने में कितना गंभीर है.

satna, mp
पीएम आवास योजना

सतना बाईपास उतैली में 2,850 मकान बनाए जा रहे हैं. मगर सतना नगर निगम प्रशासन 4 वर्षों में यह काम पूरा नहीं कर पाया, कई बार इसकी एमआईसी में शिकायत भी की गई लेकिन स्थानीय प्रशासन से लेकर नगरी निकाय मंत्रालय और मुख्यमंत्री से की मगर नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा. नगर निगम पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है.

इस मामले पर नगर निगम सतना के संबंधित अधिकारियों से बात की गई तो अधिकारी का कहना रहा कि इस योजना की कार्य अवधि समाप्त हो चुकी है, लेकिन जल्दी इसे पूरा कर लिया जाएगा. बहरहाल गरीबों के सपनों का आशियाना मिलने में अभी काफी वक्त लगेगा. सबसे ज्यादा वह गरीब परेशान है जो कर्ज लेकर ₹20,000 की मार्जिन मनी जमा कर चुके हैं, लेकिन इस बात से नगर निगम अनजान बना हुआ है.

Intro:एंकर इंट्रो
सतना नगर निगम स्मार्ट सिटी अंतर्गत शहर में लगभग 200 करोड़ों के तहत गरीबों के लिए बनाए जा रहे हैं,,प्रोजेक्ट कछुआ चाल चल रहा है,,विगत 5 साल में एक भी गरीब को उनके सपनों का आशियाना नहीं मिल पाया गरीबों से आने के लिए निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं,,वहीं निगम प्रशासन के पास इसका कोई जवाब नहीं ।


Body:Vo
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट पीएम आवास योजना के तहत नगर निगम द्वारा 200 करोड़ की लागत से आवास बनाए जा रहे हैं,, जिसमें 2018 तक शहर के चिन्हित गरीब परिवारों को यह मकान दिए जाने थे,, लेकिन कछुआ गति से चल चल रहे प्रशासन ने एक भी आवास गरीबों को नहीं दे पाया अधिकांश महाकाल खंडार में तब्दील हो चुके है,, इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला प्रशासन गरीबों का आशियाना दिलाने में कितना गंभीर है इस योजना से जू की झोपड़ियों में रहने वाले गरीब परिवारों को एक पक्के मकान की आस जगी थी लेकिन प्रशासनिक लापरवाही से यही योजना लालपीताशाही और लापरवाही के भेज चल रही है गरीब परेशान है 20000 की रकम देकर भी भटक रहा ।

Vo -
शहर के स्लम बस्तियों के गरीबों को पक्के मकान देने सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है,,सतना बाईपास उतैली में 2850 मकान बनाए जा रहे हैं,, मगर सतना नगर निगम प्रशासन 4 वर्षों में यह काम पूरा नहीं कर पाया,, कई बार इसकी एमआईसी में शिकायत भी की गई लेकिन स्थानीय प्रशासन से लेकर नगरी निकाय मंत्रालय और मुख्यमंत्री से की मगर नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा,,नगर निगम पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है ।

BYTE
सुशील सिंह - MIC सदस्य नगर निगम सतना ।

इस मामले पर नगर निगम सतना के संबंधित अधिकारियों से बात की गई,, अधिकारी को स्वीकार रहे हैं की इस योजना की कार्य अवधि समाप्त हो चुकी है,,लेकिन जल्दी से पूरा कर लिया जाएगा । वहीं अधिकारी सफाई देने में कमी नहीं कर रहे हैं,, अब देखना यह होगा कब तक यह प्रोजेक्ट पूरा होता है ।

BYTE
के पी शर्मा - सहायक यंत्री नगर निगम सतना ।


Conclusion:VO 3-
बहरहाल गरीबों के सपनों का आशियाना मिलने में अभी काफी वक्त लगेगा सबसे ज्यादा वह गरीब परेशान है,,जो कर्ज लेकर ₹20000 की मार्जिन मनी जमा कर चुके हैं,, लेकिन इस बात से नगर निगम अनजान बना हुआ है ।
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