सागर। डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर (Sagar Hari Singh Gour Central University) छात्रों से दो बार परीक्षा फीस वसूली गई. छात्रों को विश्वविद्यालय के इस कारनामे की जानकारी लगी, तो उन्होंने कॉलेज प्रशासन से फीस वापसी की मांग की. लेकिन विश्वविद्यालय ने टालमटोल रवैया अपनाया. आखिरकार छात्रों को आंदोलन की चेतावनी देनी पड़ी. जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन वापसी की जगह फीस को समायोजित करने की बात कह रहा है.
ये है मामला: सागर स्थित डॉ. सर हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2021-22 के ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन फर्स्ट सेमेस्टर में एडमिशन लेने वाले छात्रों से दो-दो बार परीक्षा (Dhsgsu exam fee) फीस ली गई. यह परीक्षा फीस विश्वविद्यालय (Dhsgsu Sagar) में प्रवेश के समय ही छात्रों से वसूली गई थी. लेकिन बाद में परीक्षा के समय दोबारा फीस मांगी गई. जिसमें ग्रेजुएशन के छात्रों को प्रति छात्र 750 और पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्रों को 1200 रुपए फीस दोबारा भरनी पड़ी. छात्रों को जब इसकी जानकारी लगी तो खुद को ठगा महसूस करने लगे.
छात्रों की धमकी से बैकफुट पर प्रशासन: कई बार फीस वापसी की मांग करने के बाद जब विश्वविद्यालय प्रशासन आनाकानी करने लगा तो, गौर यूथ फोरम (Gaur Youth Forum) के छात्रों ने आंदोलन की चेतावनी दे डाली. छात्रों के तेवर देखते हुए प्रशासन ने एक समिति गठित की और मामले की जांच के आदेश दिए. अपनी गलती पाए जाने पर विश्वविद्यालय (Sagar University) प्रशासन बैकफुट पर नजर आया. लेकिन फीस वापसी के लिए फिर भी तैयार नहीं हुआ. आखिर में छात्रों को फीस समायोजित करने का आश्वासन दिया. (Twice fee recovery from students in sagar central university)