सागर। आपसी सहयोग और भाईचारे से बड़ी से बड़ी परेशानी और जीवन की कठिनाइयों को हल किया जा सकता है. ऐसा ही एक नजारा सागर के तहसीली इलाके में देखने मिला. जहां इंसानियत की बेहतरीन मिसाल पेश करते हुए समाज के लोगों ने अनाथ बेटी के पालन पोषण की जिम्मेदारी उठाई और अब उसकी शादी कराई. लड़की को एहसास ही नहीं होने दिया कि उसके माता पिता और परिवार नहीं है. शादी के लिए योग्य वर ढूंढने से लेकर गृहस्थी के सभी जरूरी सामान भी समाज के लोगों ने ही जुटाया.
बचपन में ही अनाथ हो गई थी पार्वती
सागर के तहसीली इलाके की निवासी पार्वती रैकवार के माता-पिता बचपन में ही गुजर गए थे. ननिहाल में उसका पालन-पोषण हुआ, हालांकि पार्वती के ननिहाल की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी, जिस वजह से उसकी पढ़ाई भी मुश्किलें हुईं. पार्वती के नाना की मौत के बाद सबको पार्वती के भविष्य की चिंता हुई. जिसके बाद मोहल्ले के बड़े बुजुर्गों ने पार्वती के लिए सुयोग्य वर ढूंढा और पड़ोसियों ने मिलकर उसकी शादी कराने की तैयारियां की. एक दूसरे के सहयोग से गृहस्थी का सारा सामान जुटाया. 5 फरवरी बसंत पंचमी के दिन शादी हुई. लोगों ने धूमधाम से उसकी शादी कराई और हर्षोल्लास से भरे माहौल में पार्वती को विदा कर दिया. पार्वती ने कभी सोचा भी नहीं था कि उसकी शादी इतनी धूमधाम से होगी.
माता पिता की कमी नहीं हुई महसूस
बसंत पंचमी के शुभ मुहूर्त पर शादी के जोड़े में सजी पार्वती बेहद खुश नजर आ रही थी. मन ही मन वह उन सभी लोगों का धन्यवाद कर रही थी, जिन्होंने उसके अनाथ होने के बाद भी उसकी शादी की जिम्मेदारी उठाई, सुयोग्य वर ढूंढा. पार्वती का कहना था कि मोहल्ले वालों ने मेरे परिवार का फर्ज निभाया है. मुझे अपने माता पिता की कमी का एहसास नहीं होने दिया.
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भोले ने किया पार्वती को खुश रखने का वादा
पार्वती की शादी भोले रैकवार नाम के युवक से हुई है. भोले अपने परिवार के पारंपरिक व्यवसाय में हाथ बंटाता है. पार्वती से शादी के बाद भोले काफी खुश है. उसका कहना है कि वह हमेशा पार्वती को खुश रखेगा और उसे कोई कमी नहीं होने देगा.
शादी में पहुंचे विधायक
समाज के लोगों ने आकर भोले और पार्वती की खुशियों को दोगुना कर दिया. लोगों ने बढ़-चढ़कर पार्वती को उपहार दिए. वहीं सागर विधायक शैलेंद्र जैन भी पार्वती को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे. विधायक ने कहा कि हमारे समाज की यही खूबी है कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में आने वाली परेशानियों के लिए मिल-जुल कर उसका हल निकालते हैं. उन्होंने दोनों के सफल वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए कहा कि भोले को बेहतर स्वरोजगार स्थापित करने के लिए हर संभव मदद करेंगे.
(society got orphan girl married in Sagar)