सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले में सोयाबीन की फसल नष्ट होने से आहत किसान ने बंडा थाने में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी. किसान का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इलाज चल रहा था. शुक्रवार दोपहर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है. किसान की मौत की खबर आते ही बंडा और जिले में सियासत तेज हो गई है. स्थानीय कांग्रेस विधायक तरवर लोधी जहां थाने में ही धरने पर बैठ गए हैं. वहीं पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक हर्ष यादव ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ आर्थिक मदद की मांग की है.
क्या है मामला: सागर जिले के बंडा थाने में रहने वाले किसान शीतल रजक ने अपनी सोयाबीन की फसल पर कीटनाशक डालने के लिए स्थानीय शंकर बीज भंडार से कीटनाशक खरीदा था. कीटनाशक उसने सोयाबीन की फसल पर डाला, तो उसकी फसल पूरी पीली पड़ गई और एक तरह से बर्बाद हो गई. इस बात की शिकायत लेकर सोमवार को किसान बंडा थाने पहुंचा था. जहां उसने शिकायती आवेदन दिया था. लेकिन कार्रवाई नहीं होने के बाद मंगलवार सुबह करीब 7:30 बजे किसान थाने पहुंचा और अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी. हालांकि किसान की पत्नी और बेटा पीछे-पीछे आ रहे थे. उन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया. थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों भी वहां पहुंचे आर किसान को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया. गंभीर रूप से घायल होने पर पहले सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था. लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे भोपाल के हमीदिया अस्पताल में रेफर कर दिया गया था.
धरने पर बैठे बंडा विधायक तरवर लोधी: किसान शीतल रजक की मौत के बाद बंडा के कांग्रेस विधायक तरवर लोधी थाने में ही धरने पर बैठ गए हैं. लगातार हो रही बारिश के बीच विधायक तरवर लोधी थाने में बैठे हैं. उनका कहना है कि ''इस मामले में शुरुआत से ही पुलिस और प्रशासन अपने आप को बचाने की कोशिश में लगा हुआ है''. उनकी मांग है कि ''किसान द्वारा आत्मदाह मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए. कीटनाशक विक्रेता का लाइसेंस रद्द किया जाए और उस पर एफआईआरदर्ज की जाए. साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार के सदस्यों को आर्थिक मदद की बात कही है''. हालांकि सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने खुद विधायक तरवर लोधी से बात की है और पीड़ित परिवार को एक लाख रुपए आर्थिक मदद की पेशकश की है. लेकिन इसे नाकाफी बताते हुए बंडा विधायक धरने पर बैठे हुए हैं.
फसल खराब होने से थाने में खुद को आग लगाने वाला किसान भोपाल रेफर, कीटनाशक विक्रेता को क्लीनचिट
पीड़ित परिवार को एक करोड़ मदद की मांग: पूर्व मंत्री और देवरी विधायक हर्ष यादव ने कहा है कि ''किसान ने न्याय न मिलने पर आत्महत्या की कोशिश की थी''. उन्होंने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ''मध्यप्रदेश सरकार किसानों के प्रति कब गंभीर होगी. प्रदेश का किसान लगातार न्याय की आस में प्राणघातक कदम उठाने को मजबूर है. बाजार में नकली-मिलावटी दवाईयों/वस्तुओं का व्यापार खुले आम हो रहा है. प्रदेश की सरकार कुम्भकर्णी नींद में सोई हुई है. किसानों को न्याय पाने के लिए अपने प्राणों की आहूती देनी पड रही है, इससे बडा दुर्भाग्य और क्या होगा''. उन्होंने सरकार के निवदेन करते हुए कहा कि ''आप सही किसान हितैषी हैं तो मृतक किसान के परिजनों को 1 करोड रुपए सहायता राशि एवं पीड़ित परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दें. बाजार में हो रही कालाबजारी की रोकधाम के लिए कमलनाथ सरकार की तरह शुद्ध के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश जारी करें''.
कीटनाशक विक्रेता को मिल चुकी है क्लीनचिट: इस मामले में जिला प्रशासन द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे. कृषि विभाग की टीम ने किसान के खेत पर जाकर फसल का जायजा लिया था. जिला कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि जिस शंकर बीज भंडार से किसान ने कीटनाशक खरीदा था, वह लाइसेंसी कीटनाशक विक्रेता था और जो किसान ने कीटनाशक खरीदा था, वह अमानक नहीं बल्कि मानक था.
(Sagar Farmer Death) (Sagar Farmer who set fire to police station dies) (Congress MLA Dharna Banda Thana)