सागर। WHO कोरोना की अगली लहर की चेतावनी दे रहा है. वहीं दूसरी तरफ बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (BMC) में कोरोना जांच के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट किट खत्म हो चुकी है. मौखिक तौर पर सरकार ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना के लिए जरूरी टेस्ट किट और दवाइयां खुद अपने बजट से खरीदें. लेकिन मेडिकल कॉरपोरेशन काे आरटीपीसीआर टेस्ट किट मुहैया कराने वाली कंपनी से रेट ऑफ कांट्रैक्ट खत्म हो जाने से मेडिकल कॉलेज कोरोना टेस्ट किट नहीं खरीद पा रहे हैं. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में पिछले 4 सितंबर से कोरोना की सैंपलिंग बंद कर दी गई है. जरूरत होने पर एंटीजन टेस्ट ही किया जा रहा है. इस मामले में मेडिकल कॉलेज लाचार नजर आ रहा है. फ्लू ओपीडी में रोजाना कोरोना के संदिग्ध मरीज पहुंच रहे हैं, और जांच के लिए आरटीपीसीआर किट चाहकर भी नहीं खरीद पा रहे हैं. (MP Sagar Corona investigation is not being done)
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में 4 सितंबर से आरटीपीसीआर टेस्ट बंदः कोरोना को लेकर सागर संभाग की एकमात्र बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब द्वारा रोजाना कोरोना बुलेटिन जारी किया जाता है. पिछले 4 सितंबर से बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से जारी होने वाली बुलेटिन में संदिग्ध मरीजों की संख्या तो बताई जा रही है.लेकिन कितने टेस्ट किए जा रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है. जबकि मेडिकल कॉलेज वायरोलॉजी लैब में सागर संभाग के 6 जिलों के सैंपल जांच के लिए आते हैं. हालात ये है कि मेडिकल कॉलेज की फ्लू ओपीडी में रोजाना कोरोना के 20 से 25 संदिग्ध मरीज सामने आ रहे हैं. बहरहाल 4 सितंबर से एक भी आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं किया गया है. फिलहाल करीब 1000 सैंपल जांच के लिए पड़े हुए हैं. (MP Sagar BMC RTPCR test kit is over)
राजस्थानः कोरोना से कमजोर हुई इम्यूनिटी, अब बच्चे इस संक्रामक बीमारी का हो रहे शिकार
क्यों नहीं खरीदी जा रही आरटीपीसीआर टेस्ट किटः आरटीपीसीआर टेस्ट किट के बारे में जानकारी जुटाने पर पता चला कि कोरोना महामारी के इलाज के लिए सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज को नियमित रूप से बजट दिया जा रहा था. लेकिन पिछले 2 महीने से कोरोना को लेकर किसी भी तरह का बजट नहीं दिया गया है. विभागीय स्तर पर जानकारी जुटाने पर पता चला कि राज्य सरकार ने कोरोना के लिए बजट देना बंद कर दिया है. मौखिक निर्देश दिए है कि मेडिकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय अपने बजट से कोरोना महामारी के लिए टेस्ट किट और दवाइयां खरीदें. (Mp Sagar Covid 19 test Corona investigation) (MP Sagar BMC RTPCR test kit is over)
सरकार का वितरण कंपनी से रेट ऑफ कांटेक्ट भी खत्म: सरकार के मौखिक निर्देश पर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज ने अपने बजट से आरटीपीसीआर टेस्ट किट खरीदने के लिए प्रयास तेज किए. लेकिन प्रयास तब नाकाम हो गए जब पता चला कि प्रदेश सरकार ने जिस कंपनी से आरटीपीसीआर टेस्ट किट खरीदने के लिए करार किया था. उस कंपनी से सरकार का रेट ऑफ कांटेक्ट खत्म हो चुका है. ऐसे में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज चाहकर भी आरटीपीसीआर टेस्ट किट नहीं खरीद पा रहा है. क्योंकि मेडिकल कॉलेज के लिए तमाम तरह की दवाएं और टेस्ट किट मेडिकल कॉरपोरेशन के माध्यम से खरीदना होता है. मेडिकल कारपोरेशन खरीदी के लिए दवा कंपनियों से रेट ऑफ कांटेक्ट करता है और कांटेक्ट के आधार पर मेडिकल कॉलेज खरीदी करते हैं. कंपनी से करार खत्म हो जाने के बाद बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज बजट के बाद भी आरटीपीसीआर टेस्ट किट नहीं खरीद पा रहा है.
क्या कहते हैं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीनः बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आरएस वर्मा कहते हैं कि फिलहाल हम तब टेस्टिंग कर रहे हैं,जब किसी को ज्यादा जरूरत होती है. कुछ किट रिजर्व में रखे हुए थे. तो ज्यादा जरूरत पड़ने पर टेस्ट कर रहे हैं. ये सही है कि कम मात्रा में कर रहे हैं. दूसरी बात ये है कि मेडिकल कॉर्पोरेशन का आरटीपीसीआर किट का रेट ऑफ कांटेक्ट खत्म होने के कारण हम नहीं खरीद पा रहे हैं. जैसे ही मेडिकल कॉरपोरेशन का रेट ऑफ कांटेक्ट हो जाएगा, तो हम खरीद लेंगे. इस स्थिति में पूरे प्रदेश में खरीदी में दिक्कत जा रही है. फिलहाल कोरोना के जो संदिग्ध मरीज आ रहे हैं, उनकी स्थिति गंभीर नहीं हैं और सर्दी जुकाम के ही लक्षण मिल रहे हैं. पिछले कई दिनों से कोई गंभीर लक्षण देखने नहीं मिले हैं. (Mp Sagar Covid 19 test Corona investigation) (MP Sagar BMC RTPCR test kit is over)