सागर। कोरोना वायरस से बचाव के लिए 12 से 14 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए स्कूलों में ही वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं, लेकिन बच्चों के अभिभावक तेज गर्मी और बच्चों ने एग्जाम होने के चलते पहले दिन वैक्सीनेशन में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई. सागर में दोपहर तक कई वैक्सीनेशन सेंटर पर बच्चे वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंचे. सागर जिले में 1 लाख 29 हजार से ज्यादा बच्चों का वैक्सीनेशन किया जाना है.
इतने छात्रों का होना है वैक्सीनेशन
जिला प्रशासन के मुताबिक जिले में 926 शासकीय और 539 निजी माध्यमिक शाला हैं. इन स्कूलों में कक्षा 6 वीं में 42334, 7 वीं में 42612 और 8 वीं में 44491 बच्चे मौजूदा वक्त में अध्ययनरत हैं. शासकीय स्कूल में 86 हजार बालक-बालिका और अशासकीय स्कूल में 43437 बालक-बालिका का वैक्सीनेशन किया जाना है.
वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंचे बच्चे
जिले के कई स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है. जहां सुबह से ही वैक्सीनेशन करने वाली टीम सेंटर पर पहुंच गई, लेकिन दोपहर 12 बजे तक कई टीकाकरण केंद्रों में एक भी बच्चे को वैक्सीन का डोज नहीं लगाया गया. लगभग 1 बजे के बाद ही वैक्सीनेशन शुरू हुआ जिसमें भी बहुत थोड़ी संख्या में ही बच्चों का वैक्सीनेशन हुआ, हालांकि ज्यादातर बच्चे और उनके परिजन वैक्सीनेशन कराने की जानकारी लेने जरूर सेंटर पर पहुंचे थे.
गर्मी के कारण वैक्सीनेशन में कमी
वैक्सीनेशन में कमी का एक कारण गर्मी को भी माना जा रहा है. दूसरी वजह जिन छात्रों का टीकाकरण किया जाना है उनमें से कई क्लास के एग्जाम चल रहे हैं. यही वजह है कि कई टीकाकरण केंद्रों पर दोपहर 1 बजे तक सिर्फ एक या दो बच्चों ने ही वैक्सीन लगवाई. वैक्सीनेशन टीम ने बताया कि गर्मी अधिक होने से अभिभावक रुचि नहीं ले रहे हैं. बच्चों के वैक्सीनेशन में अभिभावकों की सहमति जरूरी है. उम्मीद की जा रही है कि, एग्जाम खत्म होने के बाद बच्चों के वैक्सीनेशन में तेजी आएगी.