सागर। हिजाब और अब नमाज को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. कर्नाटक के बाद अब यह मामला मध्य प्रदेश के सागर स्थित डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय तक पहुंच गया. सोशल मीड़िया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एजुकेशन विभाग की एक छात्रा यूनिवर्सिटी भवन में नमाज पढ़ती दिख रही है. वीडियो वायरल होते ही हिंदू जागरण मंच ने इस मामले की शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन से की है, जिसके बाद जांच के आदेश दिये गए हैं.
क्या है मामला ? : सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो सागर के डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के एजुकेशन डिपार्टमेंट का है. यहां दमोह निवासी एक छात्रा जो नियमित रूप से हिजाब में आती है, वह शुक्रवार दोपहर में यूनिवर्सिटी में ही नमाज अदा कर रही थी. वीडियो वायरल होते ही कई हिंदू संगठन इसके विरोध में उतर आए और विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार और कुलपति से शिकायत की. छात्रा बीएससी बीएड की पढ़ाई कर रही है.
विश्वविद्यालय प्रशासन करे कार्रवाई: शिकायतकर्ता हिंदू जागरण मंच के उमेश सराफ का कहना है कि यह छात्रा नियमित रूप से हिजाब पहनकर डिपार्टमेंट में आती है और अब यहां नमाज अदा करने लगी है. विश्वविद्यालय प्रशासन को इस पर कार्रवाई करना चाहिए. इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय के मीडिया ऑफिसर विवेक जायसवाल ने कहा कि संगठनों ने एक वायरल वीडियो के आधार पर शिकायत दर्ज कराई है. प्रशासन वीडियो की जांच और मामले का अध्ययन कर आगे कार्रवाई का निर्णय करेगा.
विश्वविद्यालय में नहीं है ड्रेस कोड: इस संबंध में जब यूनिवर्सिटी के प्रशासन से बात की गई तो उन्होने कहा कि फिलहाल एज्यूकेशन डिपार्टमेंट में किसी किस्म का ड्रेस कोड लागू नहीं है लिहाजा हिजाब को लेकर कोई विवाद नहीं है. छात्रा पिछले एक साल से लगातार हिजाब में ही आती है और अपनी पढ़ाई कर रही है. इस संबंध में जो भी शिकायतें आई हैं उनकी जांच होगी.
कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता का बयान: इस संबंध में ईटीवी भारत ने जब केंद्रीय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता से बात की तो उनका कहना है कि दमोह की छात्रा BSC-BED की पढ़ाई कर रही है और इस साल फाइनल ईयर का एग्जाम देगी. छात्रा का हिजाब में आना कोई नई बात नहीं है, दोपहर बेढ़ बजे यूनिवर्सिटी कॉरिडोर में नमाज पढ़ने के वायरल वीडियो पर जांच की जा रही है. इसे लेकर एक कमेटी का विश्वविद्यालय ने गठन कर दिया है. साथ ही उन्होने सभी स्टूडेंट्स से कहा है कि वो अपने धर्म और संप्रदाय से जुड़े क्रियाकलापों को घर पर या विश्वविद्यालय से बाहर पूरी करें. (Sagar University Namaz controversy)