रीवा। मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र देवतालाब में 7 दिनों की जनसंपर्क साइकिल यात्रा निकाली जा रही है. जिसमें वह गांव-गांव तक जाकर जन समस्याओं को सुनते हुए उसका निराकरण कर रहे हैं. इस दौरान भरे मंच में अपनी जीत को लेकर वह बिफर पड़े. उन्होंने कहा कि कम मार्जिन से चुनाव जीतकर जाता हूं, उसके बावजूद सरकार में बड़े ओहदे पर बैठने का मौका मिला.
इस दौरान गिरीश गौतम ने देवतालाब विधानसभा के विकास की तुलना रीवा विधानसभा से तक कर दी. विधानसभा अध्यक्ष बोले कि रीवा से ज्यादा विकास देवतालाब में किया गया है. जिसके बाद बीजेपी विधायक नागेंद्र सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, रीवा विकास का मॉडल है, विधानसभा अध्यक्ष ने क्या सोचकर यह कहा समझ नहीं आता.
साइकिल यात्रा के दौरान बिफरे विधानसभा अध्यक्ष
जनता की समस्याओं को बारीकी से सुनने और उसपर त्वरित निदान को लेकर मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम 7 दिनों की जनसंपर्क साइकिल यात्रा पर हैं. उन्होंने अब तक करीबन अपने विधानसभा क्षेत्र देवतालाब के 200 गांवों का भ्रमण कर लोगों की समस्याओं को सुना है. मगर फिर भी कम मार्जिन से चुनाव जीतकर विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने का उनका मलाल कम नहीं हुआ. उन्होंने जनसंपर्क साइकिल यात्रा के दौरान भरी सभा में जनता को कोसते हुए कहा कि मैं सीएम के सामने मुंह चोरी करके बैठ जाता हूं कि कम मार्जिन से चुनाव जीतकर आया हूं.
रीवा की देवतालाब से की तुलना
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने देवतालाब विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों की तुलना रीवा विधानसभा से की. उन्होंने कहा कि रीवा विधानसभा के विधायक विकास पुरुष कहे जाने वाले राजेंद्र शुक्ला से ज्यादा विकास देवतालाब का हुआ है. बावजूद इसके उन्हें कम मार्जिन से चुनाव जीतकर विधानसभा तक जाना पड़ा. वहीं उन्होंने मनगवां विधानसभा क्षेत्र में हुए विकासकार्यों पर भी अपनी रजामंदी करार दिया है. इसके अलावा भरी सभा में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के विवादित बोल भी सामने आए.
अध्यक्ष के बयान पर बीजेपी विधायक का पलटवार
भारतीय जनता पार्टी के गुढ़ विधानसभा से विधायक नागेंद्र सिंह ने गिरीश गौतम के बयानों पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, रीवा जिले को विकास को नई दिशा देने का आयाम बताया है. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बयानों पर अपना पक्ष रखते हुए भाजपा विधायक नागेंद्र सिंह ने कहा कि रीवा के अलावा मनगवां विधानसभा सहित जिले के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में हुए विकासकार्यों का योगदान मात्र क्षेत्र के विधायक को जाता है. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष किस भावना से अपने को आगे कर रहे, यह समझ से परे है.
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2018 के विधानसभा चुनाव में कम वोट मिलने का मलाल
साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने रीवा जिले की 8 में से 8 सीटों पर प्रचंड बहुमत के साथ जीत दर्ज की थी. लेकिन देवतालाब विधानसभा एक ऐसी सीट थी जहां सबसे कम मार्जिन 920 वोटों से बीजेपी के उम्मीदवार गिरीश गौतम ने चुनाव जीता था. फिर भी राजनीतिक गणित के चलते उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी पर बैठाने का कार्य किया गया. जिसपर अब जिले के विधायकों में आपसी सामंजस्य को लेकर फूट दिखाई दे रही है.